VIDEO: नम आंखों से दी आईएएस अनुराग तिवारी को अंतिम विदाई, हत्या का आरोप लगाया
जिले की माटी में पले-बढ़े आईएएस अनुराग तिवारी का पार्थिव शरीर गुरुवार को उनके कानूनगोपुरा मोहल्ला स्थित पैतृक आवास पर लाया गया। यहां उनका शव जनता के दर्शनार्थ रखा गया। इस दौरान बहराइच का पुलिस व...
जिले की माटी में पले-बढ़े आईएएस अनुराग तिवारी का पार्थिव शरीर गुरुवार को उनके कानूनगोपुरा मोहल्ला स्थित पैतृक आवास पर लाया गया। यहां उनका शव जनता के दर्शनार्थ रखा गया। इस दौरान बहराइच का पुलिस व प्रशासनिक अमला समेत कर्नाटक, महाराष्ट्र व यूपी समेत अन्य राज्यों से ढाई दर्जन अफसर उनकी अंतिम यात्रा में मौजूद रहे।
अनुराग का शव घर पहुंचते ही पूरे मोहल्ले में कोहराम मच गया। हर कोई उनके अंतिम दर्शन को बेताब था। शव के पास बैठी उनकी मां सुशीला देवी अपने बेटे के असमय चले जाने पर विधाता को कोस रही थीं। अर्थी के पास ही पिता डा. बीएन तिवारी निढाल बैठे थे।
लगभग बारह बजे उनके घर से अंतिम यात्रा त्रिमुहानी घाट के लिए रवाना हुई। वातानुकूलित विशेष वाहन में उनका शव रखा गया था। त्रिमुहानी घाट पर स्नान इत्यादि की औपचारिकता के बाद शव चिता पर रख दिया गया। उसके बाद एक बार फिर अंतिम दर्शन की होड़ लग गयी। चिता को मुखाग्नि उनके ज्येष्ठ भ्राता आलोक तिवारी ने दी।
इन बिन्दुओं के आधार पर जतायी हत्या की आशंका
इस दौरान चिता स्थल के करीब अधिवक्ता भगवान बख्श सिंह सेंगर, सहपाठी शान्तनु प्रताप सिंह, चन्द्रबली सिंह और नन्द कुमार शुक्ला आदि ने अनुराग की हत्या का आरोप लगाते हुए पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर सवालिया निशान लगाए। इन सभी ने बताया कि रात एक बजे तक अनुराग ने अपने जन्मदिन के सिलसिले में बातचीत की, इस दौरान उनके नशे में होने का संकेत नहीं मिला। इसके बाद सुबह उनकी मौत की सूचना मिली। उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण दम घुटना बताया गया लेकिन इसकी वजह नहीं बतायी गयी है। इन सबका कहना है कि अनुराग कभी मार्निंग वाक नहीं करते थे। उनके पास मोबाइल का न पाया जाना भी हत्या की ओर इशारा करता है। उन्होंने पूरे मामले की सीबीआई जांच की मांग की।