लापरवाह चार कंपनियों से पॉवर कारपोरेशन ने छीना काम
- काम में सुस्ती पर मध्यांचल के अफसरों को ऊर्जा सचिव की फटकार - एक महीने में कार्य शैली सुधारने के निर्देश, सितम्बर में फिर होगी समीक्षा पॉवर फार आल योजना में धीमा काम करने वाली चार कंपनियों से...
- काम में सुस्ती पर मध्यांचल के अफसरों को ऊर्जा सचिव की फटकार - एक महीने में कार्य शैली सुधारने के निर्देश, सितम्बर में फिर होगी समीक्षा पॉवर फार आल योजना में धीमा काम करने वाली चार कंपनियों से करार खत्म कर दिया गया। प्रमुख सचिव ऊर्जा आलोक कुमार ने मध्यांचल विद्युत वितरण निगम की समीक्षा में लापरवाह कंपनियों पर यह कार्रवाई की। जिन कामों की मॉनिटरिंग खुद प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री कर रहे हैं उन कामों में भी लापरवाही और योजनाओं में सुस्ती पर मध्याचंल के अफसरों को जमकर फटकार लगी। नाराज प्रमुख सचिव ने एक माह में सुधार की हिदायत देते हुए सितम्बर में फिर से समीक्षा की बात कही है। प्रमुख सचिव ऊर्जा शुक्रवार को यूपीपीसीएल के एमडी विशाल चौहान के साथ मध्यांचल विद्युत वितरण निगम की समीक्षा के लिए पहुंचे। मध्यांचल के 19 जिलों की समीक्षा बैठक की। अनेक जिलो में पावर फार ऑल के तहत हो रहे कार्यों की प्रगति बेहद निराशाजनक है। इस पर उन्होंने बहराइच, श्रावस्ती में कार्यदायी संस्था पेश पावर, सुल्तानपुर में शिवालिक, उन्नाव में अपना टेक, हरदोई में एनकेजी और ईएमएस कम्पनियों के करार को रद करने के आदेश दिए। अफसरों ने दीनदयाल उपाध्याय ग्रामीण ज्योति योजना, आईपीडीएस, आरएपीडीआरपी-बी, आरजीजीवीवाई तथा डीडीयूजीजेवाई योजनाओं की समीक्षा करनी शुरू की तो हर स्तर पर लापरवाही नजर आई। इससे दोनों अधिकारियों की नाराजगी और बढ़ गई। उन्होंने बहराइच, श्रावस्ती, गोण्डा, फैजाबाद, सुलतानपुर, अम्बेडकर नगर, हरदोई तथा रायबरेली में चल रहे कामों पर वहां के अधिकारियों को चेतावनी देते हुए सुधार की नसीहत दी। मध्यांचल में आरजीजीवाई का कार्य देख रहे मुख्य अभियन्ता एवं अधीक्षण अभियन्ता की भी जमकर क्लास ली। समीक्षा में पाया गया कि गोण्डा एवं श्रावस्ती में पेश पावर तथा काश्मीरी लाल प्रा. लि. कार्य लेने में देरी और लापरवाही से कर रहे हैं। इसलिए इनके टेंडर तत्काल निरस्त किए जाएं। प्रमुख सचिव ने कहा कि सभी यह तय करें कि योजनाओं के काम तय समय सीमा में गुणवत्ता के साथ पूरे हों। इसमें कोई लापरवाही माफ नहीं की जायेगी। जिम्मेदार अधिकारियों एवं संस्थाओं के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि सितम्बर में दोबारा समीक्षा होगी। तब तक स्थिति सुधार लें। मध्यांचल मुख्यालय पर हुई बैठक में गोण्डा, बलरामपुर, बहराइच, श्रावस्ती, अमेठी, सुलतानपुर, अम्बेडकर नगर, फैजाबाद, बराबंकी, लखनऊ उन्नाव, रायबरेली, लखीमपुर, सीतापुर, हरदोई, षाहजहांपुर, बदायूं, पीलीभीत तथा बरेली के अधिकारी एवं कार्यदायी संस्था के प्रतिनिधि मौजूद रहे। बैठक में कुछ प्रमुख कम्पनियों जैसे एलएनटी नागार्जुन, आरके इंडस्टीज, ज्योति बिल्डर्स, दिव्यांस कान्स्ट्रेक्षन, पेश पावर, ईस्ट इंडिया उद्योग लि. ईएमएस इनर्फा, उप्र समाज कल्याण निगम तथा जैकशन लि. आदि भी थीं।