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कुलपति की घोषणा: अवध विवि में खुलेंगे शिक्षा के नये केंद्र

डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के नये कुलपति प्रो. मनोज दीक्षित ने कहा है कि शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में नये केंद्रों की स्थापना उनकी प्राथमिकता में शामिल है। उन्होंने बताया कि इसके तहत...

कुलपति की घोषणा: अवध विवि में खुलेंगे शिक्षा के नये केंद्र
वरिष्ठ संवाददाता,फैजाबाद Sat, 27 May 2017 05:12 PM
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डॉ. राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय के नये कुलपति प्रो. मनोज दीक्षित ने कहा है कि शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में नये केंद्रों की स्थापना उनकी प्राथमिकता में शामिल है। उन्होंने बताया कि इसके तहत सबसे पहले अगले 15 दिनों में प्रधानमंत्री कौशल विकास केंद्र की स्थापना यहां की जायेगी। इसके माध्यम से युवाओं को रोजगार के लायक बनाया जायेगा

प्रो. दीक्षित ने शनिवार को अयोध्या के हनुमान गढ़ी में दर्शन-पूजन करने और अपने गुरु से आशीर्वाद लेने के बाद अवध विश्वविद्यालय के कुलपति के रूप में कार्यभार ग्रहण किया। इस मौके पर मीडिया से बातचीत में प्रो. दीक्षित ने कहा कि प्रधानमंत्री कौशल विकास केंद्र की स्थापना के बाद भारत सरकार की कई स्किल डेवलपमेंट की योजनाओं को लागू किया जायेगा। उन्होंने कहा कि अयोध्या व फैजाबाद में अवधी विकास केंद्र का अभाव दिखता है। इसकी स्थापना की दिशा में जल्द ठोस पहल की जायेगी। वैसे भी अयोध्या ललित कला का केंद्र रहा है। यहां हिन्दी भाषा के लिए भी कुछ खास काम नहीं हो सका है। साथ ही पर्यटन शिक्षा को बढ़ावा दिये जाने की जरूरत है। 

नये कुलपति ने कहा कि उन्हें लखनऊ विश्वविद्यालय में विभिन्न पदों पर काम करने का लंबा अनुभव है। लखनऊ व अवध विश्वविद्यालय में खास फर्क है। सम्बद्ध महाविद्यालयों की दृष्टि से अवध विवि का बड़ा कार्य क्षेत्र है। यहां आवासीय परिसर की शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त किये जाने की जरूरत है। एजूकेशन में क्वालिटी देनी होगी। केंद्र व राज्य सरकार की भी यही प्राथमिकता है। डिजीटाइजेशन व स्किल डेवलपमेंट पर जोर दिया जायेगा। उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में रोजगार तो हैं, लेकिन इसके लिए परफेक्ट युवा नहीं मिल रहे हैं। युवा शिक्षित होने के बावजूद रोजगार के लायक नहीं बन पा रहे हैं। इस तस्वीर को बदलना होगा। यूजीसी की प्राथमिकता में कॉलेज अंतिम पायदान पर होते हैं। हमें कॉलेजों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। 

क्वालिटी इम्प्रूवमेंट की शुरुआत कॉलेजों से ही की जायेगी। कॉलेज हमारे लिए प्राब्लम नहीं बल्कि पार्टनर हैं। व्यावसायिक शिक्षा के अलावा अन्य ट्रेडों की अनदेखी को रोका जायेगा। कोर्स को रिस्ट्रक्चर करते हुए नये शिक्षा केंद्र बनाये जायेंगे। वर्षों से एक ही पैटर्न पर अब कोर्स संचालित नहीं होंगे, इनमें बदलाव किया जायेगा। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के अध्यापक व छात्र उनसे कभी भी मुलाकात कर सकते हैं। मुख्य परीक्षा के दौरान नकल पर अंकुश की नई रणनीति तैयार की जायेगी। 

इस दौरान विश्वविद्यालय के मीडिया प्रभारी प्रो. एसएन शुक्ल, चीफ प्राक्टर प्रो. आरएन राय, पूर्व चीफ प्राक्टर प्रो. एमपी सिंह, डॉ. सीके मिश्र व डॉ. अशोक कुमार राय समेत विश्वविद्यालय प्रशासन के अलावा अन्य अधिकारी व प्राध्यापक मौजूद रहे। 
 

 

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