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अवैध निर्माण को तोड़कर लौट रही टीम को पांच किलोमीटर दौड़ाकर पकड़ा

---जेसीबी मशीनें व ट्रक रोंकी, कर्मचारियों को बनाया बंधक, कृष्णानगर पुलिस गाड़ियों को थाने ले गयी, फिर वापस पारा भेजा लखनऊ। पारा क्षेत्र में अवैध निर्माण तोड़कर वापस लौट रही एलडीए टीम को लोगों ने...

अवैध निर्माण को तोड़कर लौट रही टीम को पांच किलोमीटर दौड़ाकर पकड़ा
Center,LucknowFri, 26 May 2017 10:48 PM
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---जेसीबी मशीनें व ट्रक रोंकी, कर्मचारियों को बनाया बंधक, कृष्णानगर पुलिस गाड़ियों को थाने ले गयी, फिर वापस पारा भेजा लखनऊ। पारा क्षेत्र में अवैध निर्माण तोड़कर वापस लौट रही एलडीए टीम को लोगों ने पांच किलोमीटर दौड़ाया और फिर घेर लिया। अवध अस्पताल चौराहे के पास लोगों ने दोनों जेसीबी गाड़ियों के सामने अपनी कारें लगा दीं। जेसीबी रूकते ही ड्राइवर पर झपट पड़े। लोगों ने ड्राइवर को पीटना शुरू कर दिया। ड्राइवर भागकर पुलिस चौकी में घुस गया। इसके बाद लोगों ने सुपरवाइजर को बंधक बना लिया। यह देख जेई मौके से भाग खड़े हुए। हंगामा होते ही कानपुर रोड पर जाम लग गया। कृष्णानगर पुलिस दोनों जेसीबी गाड़ियां व ड्राइवर को लेकर थाने आ गयी। थाने पर भी काफी देर तक हंगामा हुआ। शाम को करीब साढ़े पांच बजे पुलिस ने एलडीए की गाड़ियां छोड़ी और हंगामा करने वालों को भगाया। लोगों को गुस्से में देख टीम कार्रवाई छोड़ खिसकी एलडीए की टीम शुक्रवार को पारा में मुख्य मार्ग पर अवैध बिल्डिंग ध्वस्त करने गयी थी। यहां सर्वेश्वरी उर्फ सावित्री वर्मा ने तीन मंजिला अवैध काम्प्लेक्स व हाल बनाया है। एलडीए के विहित प्राधिकारी ने अगस्त 2016 में इस बिल्डिंग को ध्वस्त करने का आदेश दिया था। बिल्डिंग बिना नक्शा पास कराये बनायी गयी है। शुक्रवार को अधिशासी अभियन्ता एके राय व अधिशासी अभियन्ता अजय कुमार सिंह के नेतृत्व में पहुंची इंजीनियरों की टीम ने बिल्डिंग के सामने का छज्जा व किनारे का निर्माण गिराना शुरू किया। बिल्डिंग के कुछ शीशे भी तोड़े गए। थोड़ी देर में लोगों की भीड़ जुटने लगी। लोगों को आक्रोशित होते देख टीम वहां से जाने लगी। ड्राइवर को बनाया बंधक इस बीच लोगों ने दस्ते को दौड़ाना शुरू कर दिया। करीब पांच किलोमीटर दौड़ाकर लोगों ने जेसीबी मशीन को अवध अस्पताल के पास पकड़ लिया। लोगों ने जेसीबी मशीन के सामने अपनी गाड़ियां लगा दीं। फिर हंगामा करने लगे। चालक को पीटने लगे। दोनों सुपरवाइजर रघुनाथ व लक्ष्मीशंकर को घेर लिया। जेसीबी चालक भागकर चौकी में घुस गया। ड्राइवर को पिटता देख जेई जेडी सिंह भी भाग निकले। बवाल से बाराबिरवा के पास लगा भीषण जाम पुलिस ने किसी तरह से मामले को संभाला। हंगामे के चलते बाराबिरवा के पास काफी जाम लग गया। पुलिस एलडीए कर्मचारियों को जेसीबी मशीन के साथ कृष्णानगर थाने ले गयी। हंगामा करने वाले लोग भी थाने पहुंच गए। इन लोगों ने थाने में भी हंगामा शुरू कर दिया। वह लोग एलडीए पर गलत तरकी से उनकी बिल्डिंग तोड़ने का आरोप लगा रहे थे। पुलिस ने जेसीबी मशीनों की चाबियां ले लीं। उधर इसकी सूचना इंजीनियरों ने संयुक्त सचिव धनन्जय सिंह को दी। उन्होंने पुलिस के आला अधिकारियों से इस बारे में बात की। पुलिस एलडीए से ध्वस्तीकरण का आदेश दिखाने को कह रही थी। बाद में अधिकारियों ने जेई जेडी सिंह को दोबारा ध्वस्तीकरण के आदेश की फाइल लेकर भेजा। उन्होंने थाने में फाइल दिखाई जिसके बाद पुलिस ने एलडीए की गाड़ियां छोड़ी और हंगामा करने वालों को भगाया। एलडीए के दस्ते ने कैलाश कुंज के आस पास भी अवैध कब्जा व निर्माण तोड़ा। इसको लेकर यहां भी विरोध हुआ। ----------------------------- लोगों ने एलडीए की टीम को पांच किलोमीटर दौड़ाकर पकड़ा। ड्राइवर को बंधक बनाने का प्रयास किया। पुलिस चौकी में घुसकर उसने जांच बचायी। आला अधिकारियों को जानकारी देने के बाद एलडीए की गाड़ी छोड़ी गयी। लोगों ने थाने पर भी काफी देर तक हंगामा किया। सर्वेश्वरी का काम्प्लेक्स पूरी तरह से अवैध है। इसका नक्शा नहीं पास कराया गया है। ए के राय, अधिशासी अभियन्ता, एलडीए ---------------------- एलडीए ने शुक्रवार को जमा के बैरूनी खन्दक अमीनाबाद स्थित मकान नम्बर 101/32, पियूष अग्रवाल के दुर्गा मंदिर के 101/154, अजय कुमार अग्रवाल के कैन्टरोड मुरलीनगर स्थित अवैध निर्माण 12/50, राजू व मोहम्मद हुसैन के ताड़ी खाना स्थित अवैध निर्माण को भी सील करा दिया। इसके अलावा अनिल टेकरीवाल के लक्ष्मनपुरी स्थित भूखण्ड संख्या 48, आशीष गुप्ता के मारुतिपुरम स्थित भूखण्ड संख्या 100 पर हुआ अवैध निर्माण भी सील कराया गया। इसके अलावा दस्ते ने कई और अवैध निर्माण तोड़े व सील कराए। ---------------------- साहू सिनेमा का नाम सूची से हटने पर बखेड़ा एलडीए के संयुक्त सचिव धनन्जय शुक्ला ने गुरुवार को पांच बिल्डिंग को सील कराने आदेश किया था। फाइल पर इसकी मंजूरी भी दे दी थी। इसमें साहू सिनेमा को भी सील कराने की फाइल थी। उसे भी सील कराया जाना था। एलडीए के अधिशासी अभियन्ता अरुण कुमार सिंह ने शुक्रवार को साहू सिनेमा को सील कराने की जानकारी दी लेकिन शाम को जो सूची जारी हुई उसमें से साहू सिनेमा का नाम हटा दिया गया। पांच बिल्डिंग में से केवल चार को सील कराया गया। जबकि साहू सिनेमा में भी अवैध निर्माण चल रहा है। इसको अन्दर से तोड़कर एक स्क्रिन से बढ़ाकर दो स्क्रिन का बनाया जा रहा है। एलडीए से इसकी मंजूरी नहीं है। अधिकारियों ने कहा कि डीएम ने मंजूरी दी है। जबकि डीएम ने शत्रु सम्पत्ति होने के नाते मंजूरी दी है। नक्शे के विपरीत निर्माण के लिए नहीं दी है। संयुक्त सचिव धनन्जय शुक्ला ने देर रात कहा कि डीएम ने इसके निर्माण की अनुमति दी थी। इंजीनियर को जानकारी नहीं थी। जानकारी होने पर सील नहीं कराया।

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