जब घाघरा के सैलाब के बीच गोंडा में गूंजा जय हिन्द
एक तरफ घाघरा की बाढ़ का पानी तो दूसरी तरफ देशभक्ति के जज्बे के साथ एल्गिन चरसड़ी बांध पर गूंजता रहा जय हिन्द का जय घोष। जिसे देखने के बाद घाघरा का तूफान भी थम कर इन नन्हे सिपाहियों को...
एक तरफ घाघरा की बाढ़ का पानी तो दूसरी तरफ देशभक्ति के जज्बे के साथ एल्गिन चरसड़ी बांध पर गूंजता रहा जय हिन्द का जय घोष। जिसे देखने के बाद घाघरा का तूफान भी थम कर इन नन्हे सिपाहियों को सलाम करता सा नजर आया।
15 अगस्त को ऐसा कुछ नजारा देखने को मिला बाढ़ की मार झेल रहे नैपुरा परसावल घरकुइंया नकहरा अतरसुइया व काशीपुर के परिषदीय विद्यालयों में। इन दिनों यहां घाघरा के सैलाब का कब्जा है। लोगों के घर डूब चुके हैं सड़कें पानी में समायी हैं तथा गांवों में मोटर बोट व नाव चल रही है। ऐसी बिपरीत परिस्थतियों में किसी पर्व या समारोह की बात करना तो दूर ऐसा कुछ सोचना भी बेमानी सा लगता है। मगर स्वतंत्रता दिवस की सुबह यहां देशभक्ति का जो जज्बा देखने को मिला वो काबिले तारीफ ही नहीं बल्कि बहुत कुछ संदेश देता है।
सैकड़ों नन्हे-मुन्नों के बीच नैपुरा प्राथमिक विद्यालय में जिला पंचायत सदस्य राम कैलाश यादव व परसावल में पूर्व प्रधान छोटेलाल यादव व मालती प्रसाद ने तिरंगा फहराया। इस अवसर पर बच्चों में देश प्रेम का जज्बा पैदा करने वाले अध्यापक अवनीश कुशवाहा, विवेक वर्मा तथा सहायक अघ्यापिका सीमा देवी की सराहना की गयी। कार्यक्रम में इंस्पेक्टर, सावित्री देवी प्रधान, रमाकांत यादव, विरजेश यादव, निरहू गौतम और राम औतार सहित सैकड़ों बाढ़ पीड़ित मौजूद रहे।