सूचना के अधिकार से भ्रष्टाचार और लालफीताशाही पर अंकुश लगेगा-नाईक
- राज्यपाल ने उत्तर प्रदेश सूचना आयोग के बढ़ते कदम पुस्तक का विमोचन किया - सूचना के अधिकार का उपयोग दूसरों को परेशान करने के लिए न होकर समाज हित के लिए हो - नियमों के बिना कोई भी अधिनियम लाइब्रेरी...
- राज्यपाल ने उत्तर प्रदेश सूचना आयोग के बढ़ते कदम पुस्तक का विमोचन किया - सूचना के अधिकार का उपयोग दूसरों को परेशान करने के लिए न होकर समाज हित के लिए हो - नियमों के बिना कोई भी अधिनियम लाइब्रेरी की शोभा बन जाते हैं - राज्य सूचना आयोग ने 72 हजार अपीलों का निपटारा किया-जावेद उस्मानी विशेष संवाददाता - राज्य मुख्यालयराज्यपाल राम नाईक ने कहा है कि सही मायने में सूचना का अधिकार कानून एक क्रांतिकारी कदम है। इसके जरिए भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाया जा सकता है लेकिन सूचना के अधिकार के तहत प्राप्त सूचनाओं का उपयोग समाज के हित में होना चाहिए। इसका प्रयोग दूसरों को परेशान करने की दृष्टि से किया जाना उचित नहीं है। राज्यपाल ने यह बात सोमवार को राजभवन के गांधी सभागार में ‘उत्तर प्रदेश सूचना आयोग के बढ़ते कदम शीर्षक पुस्तक का विमोचन करते हुए कही। श्री नाईक ने प्रसन्नता व्यक्त की कि पारदर्शिता व जवाबदेही की दृष्टि से आयोग द्वारा अपने दो वर्षों का कार्यवृत्त प्रकाशित किया गया है। राज्यपाल ने बताया कि जवाबदेही व पारदर्शिता की दृष्टि से वे 38 वर्षों से जनता को अपना कार्यवृत्त प्रस्तुत करते आ रहे हैं। मुख्य सूचना आयुक्त जावेद उस्मानी ने कहा कि जहां वर्ष 2015-16 व 2016-17 में लगभग 64,000 नई अपीलें आयोग में दायर की गईं, वहीं इन दो वर्षों में आयोग द्वारा लगभग 72,000 अपीलों का निस्तारण किया गया। इस कारणवश आयोग में लंबित अपीलों की संख्या बीते दो वर्षों में लगभग 55,000 से घटकर 47,000 के स्तर पर आ गईं। समारोह में सूचना आयुक्त अरविन्द सिंह बिष्ट, विजय शंकर शर्मा, सैय्यद हैदर अब्बास रिज़वी, हाफिज उस्मान, राजकेश्वर सिंह, गजेन्द्र यादव तथा शासन के वरिष्ठ अधिकारी, विद्युत नियामक आयोग के अध्यक्ष देश दीपक वर्मा, उत्तर प्रदेश नगर पालिका वित्तीय संसाधन विकास बोर्ड के अध्यक्ष राकेश गर्ग, राजस्व परिषद के अध्यक्ष प्रवीर कुमार, विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित थे। कार्यक्रम की शुरुआत में सूचना आयुक्त स्वदेश कुमार ने राज्यपाल व अन्य गणमान्य अतिथियों का स्वागत किया। सूचना आयुक्त पारस नाथ गुप्ता ने धन्यवाद दिया।