गोंडा : आतंकी राजा से मुक्ति दिलाने पर पूजी जाती हैं मां पटमेश्वरी देवी
जिले के मेहनौन गांव में स्थित मां पटमेश्वरी माता का स्थान सैकड़ों वर्षों से भक्तों के आस्था का केंद्र बना हुआ है। क्षेत्र के लोगों को एक आततायी राजा से मुक्ति दिलाने पर यहां उनकी पूजा की जाती है।...
जिले के मेहनौन गांव में स्थित मां पटमेश्वरी माता का स्थान सैकड़ों वर्षों से भक्तों के आस्था का केंद्र बना हुआ है। क्षेत्र के लोगों को एक आततायी राजा से मुक्ति दिलाने पर यहां उनकी पूजा की जाती है। मान्यता है कि राजा का वध कर मां पटमेश्वरी माता ने क्षेत्र को उसके आंतक से मुक्ति दिलाई थी और स्वयं भी अंतर्ध्यान होकर पिंडी के रूप में विराजमान हो गयी थीं। तभी से बारहों मास प्रत्येक सोमवार व शुक्रवार को भक्तों की भीड़ दर्शन व पूजन करने के लिए उमड़ती है। जबकि नवरात्र में तो यहां पर श्रद्धालुओं की अपार भीड़ होती है।
जनश्रुतियों के अनुसार आज से करीब तीन सौ साल पहले मेहनौन क्षेत्र में एक राजा राज्य करता था जो बहुत ही आततायी था। इस गांव से गुजरने वाली नवविवाहिताओं के वह डोले को रोक लेता था। जनचर्चा के अनुसार इसी दौरान एक दिन एक डोला गुजरने पर राजा ने उसे गांव के उत्तर स्थिति एक घने बाग के बीच में रोक लिया। दुस्साहस करने की कोशिश की तो वधू ने राजा की तलवार से ही उसका वध कर दिया और वहीं पर अन्तर्ध्यान हो गईं। वह मां पटमेश्वरी देवी के नाम से विख्यात हुईं और तभी से इस स्थान पर पूजा अर्चना शुरू हो गयी। जो आज भी मां भक्तों की आस्था का केंद्र बना हुआ है। नवरात्रि में यहां प्रतिपदा से पूर्णमासी तक 15 दिनों तक भारी संख्या में दूरदराज के इलाकों से भक्तों की भीड़ दर्शन पूजन-अर्चन करने के लिए आती है।
भोलेनाथ ने यहां किया था विश्राम
सतीसह महादेव: मेहनौनमुपस्थितम्। एक रात्रौ स्थित्वा च पुनर्गत: अगस्तस्याश्रमम् ।।, संत शिरोमणि व पूर्व सांसद डॉ. राम विलास वेदांती कहते हैं कि इस स्थान के बारे में पुराणों में वर्णित इस श्लोक से पता चलता है कि एक बार अगस्त्य मुनि के आश्रम में राम कथा सुनने जाते समय भगवान शंकर ने माता सती के साथ मेहनौन स्थित पटमेश्वरी स्थान पर गुप्त रूप से एक रात्रि निवास किया था। उन्होंने बताया कि भगवान शंकर ने इसी मार्ग से अयोध्या से प्रयाग होते हुए महर्षि अगस्त्य के आश्रम में जाकर राम कथा का रसपान किया था। इसी कारण ये गुप्तेश्वरी देवी आज मां पटमेश्वरी देवी के नाम से विख्यात हैं।