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बलरामपुर में बस ने खेत में बच्चे को रौंदा, मौत

यात्रियों को उतारने गई बस ने खेत में शौच कर रहे बच्चे को रौंद दिया। उसकी मौत पर गुस्साए ग्रामीणों ने बस के शीशे तोड़ दिए। गांव में दो घंटे तक हंगामा चलता रहा। बस चालक पर केस दर्ज किए जाने के बाद...

ग्रामीणों को समझाते उतरौला सीओ।
1/ 2ग्रामीणों को समझाते उतरौला सीओ।
गुस्साए ग्रामीणों ने बस के शीशे तोड़ दिये। 
2/ 2गुस्साए ग्रामीणों ने बस के शीशे तोड़ दिये। 
हिन्दुस्तान संवाद,गैड़ास बुजुर्ग (बलरामपुर)Sat, 10 Jun 2017 07:02 PM
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यात्रियों को उतारने गई बस ने खेत में शौच कर रहे बच्चे को रौंद दिया। उसकी मौत पर गुस्साए ग्रामीणों ने बस के शीशे तोड़ दिए। गांव में दो घंटे तक हंगामा चलता रहा। बस चालक पर केस दर्ज किए जाने के बाद ग्रामीणों का गुस्सा शांत हुआ। घटना स्थानीय कोतवाली के मझारी तप्पाबांक गांव में शुक्रवार रात करीब आठ बजे हुई है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। 
शुक्रवार सुबह मझारी तप्पाबांक के करीब चार दर्जन लोग पर्यटन स्थल श्रावस्ती का भ्रमण करने गए थे। ग्रामीणों ने यात्रा के लिए महुआ निवासी राम चन्दर गुप्ता की बस बुक कराई थी। शाम को करीब सात बजे बस वापस लौटी। चालक कुंती गुप्ता ने बस को मोड़ने के लिए उसे खेत में उतार दिया। खेत में गांव का ही नौ वर्षीय संदीप यादव पुत्र राधेश्याम यादव शौच कर रहा था। मोड़ते समय बस का पहिया संदीप पर चढ़ गया और घटनास्थल पर ही उसकी मौत हो गई। दुर्घटना के बाद चालक कुंती गुप्ता बस छोड़कर अंधेरे में फरार हो गया। संदीप की मौत का पता चलते ही ग्रामीण आक्रोशित हो गए। ग्रामीणों ने बस के शीशे तोड़ दिए। वे बस को जलाना चाहते थे लेकिन कुछ लोगों के समझाने पर घटना टल गई। आक्रोशित ग्रामीण गांव के सामने सड़क पर आ गए और प्रदर्शन करने लगे। घटना की जानकारी यूपी 100 डायल पुलिस को दी गई। थोड़ी ही देर में सीओ शशिकांत यादव दलबल के साथ गांव पहुंच गए। ग्रामीणों को समझाने का प्रयास विफल हो गया। गुस्साए लोग चालक के विरुद्ध केस दर्ज कर उसकी गिरफ्तारी की मांग पर अड़े हुए थे। पुलिस ने काफी खोजबीन की पर बस चालक का पता नहीं चल सका। 
बताया जाता है कि बस मालिक ने किसी ग्रामीण के पास फोन किया था। कहा था कि पचास हजार रुपए लेकर मामले को रफा-दफा कर दिया जाए। इस बात का पता चलते ही गांव वालों का गुस्सा बढ़ गया। पुलिस शव को पोस्टमार्टम के लिए ले जाना चाहती थी लेकिन ग्रामीणों ने मना कर दिया। रात करीब दस बजे कोतवाली उतरौला की पुलिस ने चालक के विरुद्ध केस दर्ज कर लिया। तब जाकर ग्रामीणों का गुस्सा शांत हुआ। सीओ ने बताया कि चालक के विरुद्ध केस दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच कराई जा रही है। 

इकलौती संतान था संदीप
संदीप अपने मां-बाप की इकलौती संतान था। उसकी मौत से घर वालों का रो-रोकर बुरा हाल है। पिता राधेश्याम घर पर नहीं हैं। वह रोजी रोटी के चक्कर में बाहर रहते हैं। शनिवार शाम तक उनके घर पहुंचने की उम्मीद है। शुक्रवार रात गांव के अधिकांश लोगों ने भोजन नहीं किया। शनिवार को भी ज्यादातर घरों के चूल्हे ठंडे रहे। राधेश्याम के घर पर दिन भर लोगों की आवाजाही बनी रही। 
 


 

 

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