अनजान की मदद को आगे आया युवक, दिलाए 87 हजार
दिल्ली से गौरीफंटा जा रही रोडवेज बस में एक नेपाली नागरिक के 87 हजार रुपए भरा बैग छूट गया। अनजान नेपाली को फूट-फूटकर रोते देख एक युवक मदद को आगे आया। युवक ने बाइक दौड़ाकर नेपाली को उसका बैग...
दिल्ली से गौरीफंटा जा रही रोडवेज बस में एक नेपाली नागरिक के 87 हजार रुपए भरा बैग छूट गया। अनजान नेपाली को फूट-फूटकर रोते देख एक युवक मदद को आगे आया। युवक ने बाइक दौड़ाकर नेपाली को उसका बैग दिलाया। सोमवार की सुबह दिल्ली से चलकर गौरीफंटा जाने वाले एक रोडवेज बस सुबह करीब चार बजे पलिया पहुंची थी। इस बीच बस में सवार एक नेपाली किसी काम के लिये नीचे उतरा। कुछ मिनट बाद जब वह बस में बैठने के लिये पहुंचा तो बस खड़े स्थान से जा चुकी थी। बस को न पाकर नेपाली नागरिक फूट फूट कर रोने लगा और बस में रखे उसके बैग में 87 हजार रुपये की नकदी व एक महंगा मोबाइल छूट जाने की बात बताते हुए मौजूद भीड़ से मदद की गुहार लगाने लगा लेकिन किसी भी शख्स को उस पर जरा भी तरस नही आया। इसी बीच पास में ही अपनी दुकान पर बैठा रिंकू मदेशिया पुत्र नथ्थूलाल मदेशिया नामक युवक ने इन्सानियत दिखाते हुए अपनी दुकान की परवाह न करते हुए तुरंत अपनी बाइक पर उक्त नेपाली नागरिक को बैठाया। आखिरकार रिंकू ने अपनी जान जोखिम में डालकर गौरीफंटा रोड पर दुधवा के बीच जंगल में बस को रुकवा लिया। बस रुकते ही नेपाली नागरिक को बस में उसका बैग मिल गया।