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बासी चावल खाने से हुई बच्ची की मौत

फोटो नं-13, रेखा, 14 सत्यम, 15,उर्मिला, 16 रामलखन, 17 आंसू, 18-पीड़ितों का इलाज करती डॉक्टर जानलेवा बीमार लोगों का जिला अस्पताल में हो रहा इलाज डॉक्टरों की टीम ने बीमार लोगों का किया स्वास्थ...

बासी चावल खाने से हुई बच्ची की मौत
हिन्दुस्तान टीम,कौशाम्बीTue, 27 Jun 2017 07:09 PM
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फोटो नं-13, रेखा, 14 सत्यम, 15,उर्मिला, 16 रामलखन, 17 आंसू, 18-पीड़ितों का इलाज करती डॉक्टर जानलेवा बीमार लोगों का जिला अस्पताल में हो रहा इलाज डॉक्टरों की टीम ने बीमार लोगों का किया स्वास्थ परीक्षण देवीगंज। हिन्दुस्तान संवाद कमालपुर गांव में सोमवार को एक उल्टी दस्त से एक बच्ची की मौत हो गई। डायरिया से मौत की खबर फैली तो स्वास्थ विभाग की नींद उड़ गई। सीएमओ के निर्देश पर चिकित्सकों की टीम ने परिवार के पीड़ितों का स्वास्थ परीक्षण कर इलाज किया। पता चला कि घर के ज्यादातर सदस्यों ने बासी चावल खा लिया था और फूड प्वाइजनिंग से बच्ची की मौत हो गई। स्वास्थ विभाग की टीम ने परिवार के अन्य सदस्यों को इलाज के लिए जिला अस्पताल भेजा है। सैनी थानाक्षेत्र के कमालपुर गांव निवासी रामस्वरूप विश्वकर्मा (72) के परिवार के सदस्यों की हालत अचानक चार दिन पहले बिगड़ने लगी। सभी को पेट में दर्द होने के साथ ही उल्टी दस्त हो रहे थी। पहले परिवार के लोगों ने स्थानीय निजी अस्पताल में इलाज कराया। हालत में सुधार नहीं होने पर सोमवार को परिवार की मीनाक्षी (11) पुत्री महेश को इस्माइलपुर अस्पताल लाया गया। यहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। परिवार में रामस्वरूप, रेखा पत्नी महेश और अंश (6) पुत्र महेश की हालत नाजुक बनी हुई है। मामले की जानकारी होने पर सीएचसी इस्माइलपुर से डॉ. सौम्या आनंद ने सभी को इलाज के लिए अस्पताल बुलाया। यहां सभी का चेकअप किया गया। बीमार लोगों ने बताया कि उन लोगों ने बासी चावल खा लिया था। इसी के बाद से उनकी हालत बिगड़ने लगी थी। स्थानीय डॉक्टरों से इलाज कराया गया लेकिन कोई लाभ नहीं हुआ। डॉ. सौम्या आनंद ने सभी का इलाज करने के बाद उन्हें जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया है। .... क्या कहती है चिकित्सक पहले गांव में डायरिया की जानकारी मिली थी पर बात हजम नहीं हो रही थी क्योंकि डायरिया का प्रकोप होता तो गांव बस्ती के और लोग पीड़ित होते। एक ही परिवार कैसे प्रभावित हुआ। इस पर जांच की गई तो पता चला कि परिवार जो पानी पी रहा है वह प्रदूषित है। इसके अलावा परिवार के सदस्यों ने बताया कि उन्होंने बासी चावल खा लिया था। इस वक्त फ्रिज में रखा बासी चावल भी स्वास्थ से लिए खतरनाक है। पीड़ित लोगों का इलाज किया जा रहा है। फिलहाल उनकी हालत में सुधार है। डॉ. सौम्या आनंद, चिकित्सक, सीएचसी इस्माइलपुर

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