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हादसा: कानपुर में विस्फोट से चार मकान ढहे, दो की मौत, ATS की टीम मौके पर पहुंची- VIDEO

सरसौल में बुधवार को हुए भीषण धमाके से चार मकान ढह गए। मलबे में दबकर दो की मौत हो गई जबकि आधा दर्जन लोग जख्मी हो गए। मलबे से पुलिस ने भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद की। घर में अवैध रूप से...

विस्फोट में ढहा मकान
1/ 9विस्फोट में ढहा मकान
राहत कार्य में जुटे लोग
2/ 9राहत कार्य में जुटे लोग
विस्फोट के बाद जुटे ग्रामीण
3/ 9विस्फोट के बाद जुटे ग्रामीण
राहत कार्य में जुटे ग्रामीणों ने निकाले दो शव
4/ 9राहत कार्य में जुटे ग्रामीणों ने निकाले दो शव
ध्वस्त मकान बता रहे विस्फोट कितना भीषण था
5/ 9ध्वस्त मकान बता रहे विस्फोट कितना भीषण था
राहत कार्य में जुटे आईटीबीपी के जवान
6/ 9राहत कार्य में जुटे आईटीबीपी के जवान
आईटीबीपी जवानों ने संभाला मोर्चा
7/ 9आईटीबीपी जवानों ने संभाला मोर्चा
खबर लगते ही पहुंचे आईटीबीपी के जवान
8/ 9खबर लगते ही पहुंचे आईटीबीपी के जवान
मलबे से बरामद देशी बम
9/ 9मलबे से बरामद देशी बम
कानपुर। वरिष्ठ संवाददाता ,कानपुरThu, 05 Oct 2017 06:51 AM
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सरसौल में बुधवार को हुए भीषण धमाके से चार मकान ढह गए। मलबे में दबकर दो की मौत हो गई जबकि आधा दर्जन लोग जख्मी हो गए। मलबे से पुलिस ने भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद की। घर में अवैध रूप से पटाखा बनाने की फैक्टरी चल रही थी। घटना के तुरंत बाद आईटीबीपी जवान पहुंच गए और बचाव कार्य शुरू किया। एटीएस, बम निरोधक दस्ता, डॉग स्क्वायड ने मौके पर जांच की। डीएम और डीआईजी भी घटनास्थल पर पहुंचीं। पटाखे का कारोबार करने वाले लोग परिवार समेत फरार हैं।

सरसौल कस्बा निवासी रघुनाथ उर्फ बाबू सिंह के मकान में अवैध रूप से डिब्बा और देसी बम बनाया जा रहा था। बुधवार दोपहर करीब एक बजे घर में तेज आवाज के साथ धमाका हुआ। विस्फोट में बाबू सिंह के अलावा जगतपाल साहू उर्फ महात्मा, गोविंद सैनी, अरविंद सैनी और डब्बू के मकान जमींदोज हो गए। आसपास के दो और घर क्षतिग्रस्त हो गए। घटना में बाबूसिंह के बेटे नीरज सिंह और एक अज्ञात की मौत हो गई। घटना में देवकली का बेटा गोविंद, उसकी पत्नी महिमा, बेटा करन (8), अरविंद, उसकी पत्नी गुड़िया जख्मी हो गए हैं। 

आखिरी बार खाना खाते देखे गए थे आरोपी 
पुलिस पूछताछ में ग्रामीणों ने बताया, दोपहर 12:30 बजे आखिरी बार बाबू सिंह, नीरज और महराज को घर के बाहर खाना खाते देखा गया था। उसके बाद बाबू बाजार की ओर निकल गया। नीरज व महराज घर के अंदर जाते देखे गए थे। घटना के बाद पुलिस ने दो शव बरामद किए। इसमें नीरज की पुष्टि हो गई, पर दूसरा शव क्षत-विक्षत होने से पहचाना नहीं जा सका। 
 

काफी समय से बन रहे थे बम 
इलाकाई लोगों के मुताबिक बाबू सिंह पड़ोसी महराज, अयाज, रियाज पुत्र जमील के साथ मिलकर अवैध पटाखे बनाने का काम कर रहा था। दोनों के घरों में भारी मात्रा में बारूद समेत पटाखे बनाने की अन्य सामग्री हर वक्त मौजूद रहती है। पुलिस ने जमील के घर में छापेमारी की, पर वह परिवार संग फरार हो गया। घर से डिब्बा व देसी बम बनाने की सामग्री मिली है। 
एटीएस ने लिए सैंपल
घटना की सूचना पर एसपी ग्रामीण, एसपी पूर्वी समेत अन्य अधिकारी राहत कार्य में जुटे रहे। देर शाम एनडीआरएफ की एक टीम लखनऊ से पहुंच गई थी। टीम के साथ मौके पर पहुंचे एटीएस इंस्पेक्टर हरीशंकर मिश्रा ने मौके से बारूद के सैंपल कब्जे में लिए। अभी यह साफ नहीं हो पाया कि बारूद में क्या मिलाया गया था। आईजी क्राइम ब्रांच की टीम ने भी सैंपल जुटाए हैं। 
मकान मालिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज
डीआईजी सोनिया सिंह ने कहा कि एसपी ग्रामीण जेपी सिंह को घटनी की जांच सौंपी गई है। मामले में मकान मालिक अौर उसके साथियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करा दी गई है। अभी यह साफ नहीं है कि विस्फोटक कैसा था। बारूद की बात सामने आ रही है। प्राथमिक जांच में पता चला है कि यहां बम बन रहे थे लेकिन देखने में पटाखा ही है। 

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