ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश जौनपुररात में बिजली कटौती से लोग हुए बेहाल

रात में बिजली कटौती से लोग हुए बेहाल

उमस भरी गर्मी में बिजली कटौती ने लोगों को रूलाना शुरू कर दिया है। प्रदेश सरकार की मंशा के अनुसार बिजली विभाग के अधिकारी काम नहीं कर रहे हैं। शासन ने शहरी क्षेत्र में 20 घंटे व ग्रामीण क्षेत्रों में...

रात में बिजली कटौती से लोग हुए बेहाल
जौनपुर। निज संवाददाताMon, 21 Aug 2017 08:24 PM
ऐप पर पढ़ें

उमस भरी गर्मी में बिजली कटौती ने लोगों को रूलाना शुरू कर दिया है। प्रदेश सरकार की मंशा के अनुसार बिजली विभाग के अधिकारी काम नहीं कर रहे हैं। शासन ने शहरी क्षेत्र में 20 घंटे व ग्रामीण क्षेत्रों में 18 घंटे बिजली देने का वादा किया है, लेकिन इस पर अमल नहीं हो रहा है। शहरी इलाकों में तो ठीक ग्रामीण क्षेत्रों में कटौती चरम पर है। रात में तीन-चार घंटे बिजली काट दी जा रही है। इससे उमस भरी गर्मी व मच्छर से लोग परेशान हैं। 

नईगंज उपकेन्द्र से होने वाली आपूर्ति में भीषण कटौती की जा रही है। नईगंज निवासी डा.मुत्युंजय मिश्रा ने कहा कि रात में नौ बजे बिजली कट जाती है तो रात में 11, 12 बजे आती है। इससे नौकरी पेशा वाले लोग ठीक से सो नहीं पाते। 

शहर से सटे कुद्दूपुर उपकेन्द्र का भी यही हाल है। रात में कभी दस बजे तो कभी 11 बजे बिजली कट जाती है, तो दो-तीन घंटे बाद ही आती है। इससे रात में सोना मुश्किल हो जाता है। भासपा नेता राहुल सिंह ने कहा कि अगर जल्द ही बिजली आपूर्ति में सुधार नहीं हुआ तो हाईिडल का घेराव किया जायेगा। 

हिसं मछलीशहर के अनुसार, क्षेत्र के रसूलपुर गांव में एक माह पूर्व नया ट्रांसफार्मर लगा था लेकिन लगते ही कुछ दिनों बाद पुन: जल गया। इसके बाद विभाग ने खम्भे से उतार कर नया ट्रांसफार्मर लाने के लिए जिला मुख्यालय पर भेज दिया। एक माह बीत जाने के बाद भी दूसरा ट्रांसफार्मर नहीं आ सका। बरसात की इस भीषण उमस भरी गर्मी में लोग परेशान हैं। किसानों भी धान सिंचाई के लिए परेशान हैं, क्योंकि बिजली से चलने वाले नलकूप बंद है। 

एक माह में छठीं बार जला ट्रांसफार्मर
बदलापुर। कस्बे के घनश्यामपुर रोड स्थित एचडीएफसी बैंक के सामने लगा 100 केवीए का ट्रांसफार्मर रविवार को एक माह के अंदर छठीं बार जल गया। इससे उपभोक्ताओं में भारी आक्रोश है। उपभोक्ता संजय यादव, रमेश, त्रिवेणी विश्वकर्मा, शेखर, लक्ष्मी, राजधारी, सुरेश गुप्ता का आरोप है कि ट्रांसफार्मर बदले जाने के नाम पर विभागीय अधिकारियों द्वारा बार-बार पैसा लिया जाता है। अधिकारियों की लापरवाही के चलते घटिया किस्म का ट्रांसफार्मर लगाया जाता है। जो लगने के एक दो दिन के अंदर ही फंुक जाता है। ट्रांसफार्मर के तेल की चोरी की जाती है। बिजली आपूर्ति ठप होने से पेयजल का भी संकट उत्पन्न हो गया है। 

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें