भगवान जगन्नाथ को आज मिलेगी ज्वर से मुक्ति
भगवान जगन्नाथ को रविवार को तेज ज्वर से मुक्ति मिलेगी। पंद्रह दिन बाद भगवान जगन्नाथ को ज्वर से निजात मिलेगी। सुबह मौसमी का जूस व जामुन व चना की दाल भगवान ग्रहण करेंगे। उसके बाद प्रभु भोग लगाया जाएगा।...
भगवान जगन्नाथ को रविवार को तेज ज्वर से मुक्ति मिलेगी। पंद्रह दिन बाद भगवान जगन्नाथ को ज्वर से निजात मिलेगी। सुबह मौसमी का जूस व जामुन व चना की दाल भगवान ग्रहण करेंगे। उसके बाद प्रभु भोग लगाया जाएगा। शाम को बहन सुभद्रा व भाई बलदाऊ संग फिर शहर भ्रमण करेंगे। इस दौरान शहरवासी आस्था के संगम में डुबकी लगाएंगे। बतादें कि जेष्ठ मास की पूर्णिमा को भगवान जगन्नाथ को 108 कलशों से स्नान कराया गया। भगवान को इसके बाद ज्वर आ गया। तेज ज्वर आने के बाद विश्राम करने लग गए। घंटे घड़ियाल, मृंदग सब खामोश हो गए। पूजा अर्चना बंद हो गई। 56 भोग के स्थान पर ज्वर को दूर करने के लिए काली मिर्च, मुलैठी, सौंफ, दाल चीनी आदि का काढ़ा शाम को दिया जा रहा था। जिससे उनका ज्वर रविवार को दूर होगा। आज करेंगे प्रभु भ्रमण भगवान जगन्नाथ, भाई बलदाऊ व बहन सुभद्रा रथ में सवार होकर शाम को शहर भ्रमण करेंगे। भगवान जगन्नाथ गुड़िहाई बाजार दाऊजी मंदिर से रथ में सवार होकर निकलेंगे जो कि पसरट्टा बाजार, पत्थर बाजार, लोहट, रुई की मंडी, घंटाघर, रामलीला ग्राउंड, सासनी गेट चौराहा होते हुए जैन गली स्थित जगन्नाथ मंदिर पर पहुंचकर रथयात्रा संपन्न होंगी। 26 जून को छप्पन भोग व फूल बंगला के दर्शन होंगे। प्रभु का ज्वर रविवार को दूर होगा। प्रभु जामुन व आम मौसमी जूस के अलावा चना की दाल ग्रहण करेंगे। उसके बाद पूजा अर्चना होगी। भगवान जगन्नाथ, बलदाऊ व बहन सुभद्रा के साथ रथ में सवार होकर शहर में भ्रमण करेंगे। - रामकुमार शर्मा, मंदिर सेवक।