एक माह आगे खिसका जिला पंचायत अध्यक्ष पद का चुनाव
जैसा अंदेशा था। वैसा ही हुआ। जिला पंचायत अध्यक्ष पद का उपचुनाव एक माह आगे खिसक गया। राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति पद के चुनाव सहित यूपी विधान मंडल के सत्र के चलते राज्य निर्वाचन आयोग ने इस उप चुनाव की...
जैसा अंदेशा था। वैसा ही हुआ। जिला पंचायत अध्यक्ष पद का उपचुनाव एक माह आगे खिसक गया। राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति पद के चुनाव सहित यूपी विधान मंडल के सत्र के चलते राज्य निर्वाचन आयोग ने इस उप चुनाव की तिथि में परिवर्तन किया है। विनोद उपाध्याय पर अविश्वास के बाद यहां जिला पंचायत अध्यक्ष पद की कुर्सी खाली हुई है। बीते सप्ताह पांच जुलाई को ही उत्तर प्रदेश में जिला पंचायत अध्यक्ष व क्षेत्र पंचायत सदस्य की रिक्त सीटों पर उपचुनाव को अधिसूचना जारी की गई थी। इस जिले में भी राज्य निर्वाचन आयोग का आदेश पहुंचा था। अगले ही दिन जिलाधिकारी ने भी अधिसूचना जारी कर दी। कलक्ट्रेट से लेकर तहसीलों, जिला पंचायत व ब्लॉकों में चुनाव कार्यक्रम चस्पा कराने के आदेश दिए गए थे। चुनाव कार्यक्रम जारी होने के बाद से ही आशंका जताई जा रही थी कि यह चुनाव स्थगित हो सकता है। पूर्व के कार्यक्रम के अनुसार 17 जुलाई को नामांकन होने थे। इसी दिन दोपहर तीन बजे के बाद नामांकन पत्रों की जांच की जानी थी। 20 जुलाई को दोपहर तीन बजे तक उम्मीदवारी वापस लेने का समय निर्धारित किया गया था। 23 जुलाई को सुबह 11 बजे से दोपहर तीन बजे तक मतदान होना था। दोपहर तीन बजे से मतगणना होनी थी। इस अवधि में राष्ट्रपति, उप राष्ट्रपति के चुनाव कराए जाने हैं। राष्ट्रपति के निर्वाचन के लिए 17 जुलाई को मतदान होना है, मतगणना 20 जुलाई को होगी। उप राष्ट्रपति के लिए मतदान एवं मतगणना पांच अगस्त को होगी। इसके अतिरिक्त 11 जुलाई से 28 जुलाई तक विधान मंडल का बजट सत्र भी है। इस कारण जिला पंचायत अध्यक्ष के उप चुनाव को स्थगित किया गया है। यह है संशोधित कार्यक्रम राज्य निर्वाचन आयुक्त एसके अग्रवाल की अधिसूचना के अनुसार अब 16 अगस्त को सुबह 11 बजे से दोपहर तीन बजे तक नामांकन हो सकेंगे। इसी दिन दोपहर तीन बजे से नामांकन पत्रों की जांच कराई जाएगी। 19 अगस्त से सुबह 11 बजे से दोपहर तीन बजे तक उम्मीदवारी वापस ली जा सकेगी। 22 अगस्त को सुबह 11 बजे से दोपहर तीन बजे तक मतदान होगा। इसी दिन दोपहर तीन बजे से मतगणना की जाएगी।