महिला सीओ का व्यवहार ठीक नहीं था : सांसद
बुलंदशहर जिले की स्याना तहसील में सीओ श्रेष्ठा सिंह के तबादले को सांसद राजेंद्र अग्रवाल रूटीन प्रक्रिया बताते हुए कहा कि महिला सीओ का व्यवहार ठीक नहीं था। उन्हें यह नहीं कहना चाहिए था कि सीएम से...
बुलंदशहर जिले की स्याना तहसील में सीओ श्रेष्ठा सिंह के तबादले को सांसद राजेंद्र अग्रवाल रूटीन प्रक्रिया बताते हुए कहा कि महिला सीओ का व्यवहार ठीक नहीं था। उन्हें यह नहीं कहना चाहिए था कि सीएम से लिखवा कर ले आओ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आगमन की तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे सांसद सोमवार को भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता चंद्रमोहन सिंह की प्रेस कान्फ्रेंस में मौजूद थे। इस दौरान एक सवाल के जवाब में उन्होंने उक्त टिप्पणी की थी। बुलंदशहर में हुए सीओ व भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच हुए विवाद के बाद सीओ का तबादला हो जाने के सवाल पर सांसद अग्रवाल ने कहा कि उन्होंने पूरा वीडियो देखा था। उनकी पार्टी के कार्यकर्ता ने कोई अभद्रता नहीं की, केवल यही कहा था कि उन्हीं के पार्टी के कार्यकर्ताओं का उत्पीड़न क्यों किया जा रहा है। इस पर सीओ ने काफी बुरा भला कहा तथा यह तक कह दिया कि सीएम से लिखवाकर लाओ कि उनके चालान न काटे जाएं। मीडिया के सामने कुछ अधिक ही तेवर दिखाकर उन्होंने ये बाते कहीं थी। हालांकि उनका तबादला एक रूटीन प्रक्रिया है, सभी जनपदों में सीओ के तबादले हुए थे। लेकिन अधिकारी अब अपनी हद में आ जाएं, अपने व्यवहार में नरमी लाएं तथा जनता की समस्याओं का निस्तारण प्रमुखता से करें। स्थानान्तरित सीओ श्रेष्ठा के समर्थन में युवकों ने निकाली रैली बुलंदशहर। भाजपाइयों से विवाद के बाद जिला बहराइच स्थानान्तरित हुई सीओ श्रेष्ठा सिंह के समर्थन में युवा वर्ग ने रैली निकाली तथा सरकार पर मनमानी बरतने का आरोप लगाया। सोमवार देर शाम को कालाआम चौक पर राहुल गुर्जर के नेतृत्व में इकट्ठा हुए युवाओं ने कहा कि स्याना सीओ कु.श्रेष्ठा का सिर्फ इसी वजह से नेपाल बार्डर स्थानान्तरण कर दिया गया, क्योंकि उन्होंने यातायात नियम तोड़ने पर भाजपा कार्यकर्ता का चालान कर दिया था। सीओ के बाद एक और कोतवाल का ट्रांसफर बुलंदशहर के सिकंदराबाद नगर में हुए बवाल को लेकर लगे आरोपों के बाद कोतवाल निरीक्षक ने खुद की चार्ज छोड़ दिया। नोएडा स्थानांतरण होने के बाद कप्तान ने सोमवार को उन्हें रिलीव कर दिया। एसएसपी मुनीराज जी ने 1 जून को अनूपशहर कोतवाल अनिल प्रताप सिंह को सिकंदराबाद कोतवाली का निरीक्षक बनाया था। उनके आने के बाद मोहल्ला गोकुल गंज में रुपये के विवाद को लेकर साम्प्रदायिक बवाल हो गया था। कोतवाली में जमकर हुए हंगामे के बाद वीडियो तक वायरल हुई थी। सरायघासी गांव में हुए युवा किसान के मर्डर मामले भी उनकी कार्यशैली पर सवाल उठे थे। इसके बाद वह अवकाश लेकर छुट्टी पर चले गए। अब उनका स्थानांतरण हो गया है। सीओ के मुताबिक इंस्पेक्टर ने चार्ज छोड़ दिया है।