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साइड स्टोरी: समय से पुलिस पहुंच गई होती तो नहीं होती वारदात

गोरखपुर, हिन्दुस्तान टीम अशोक तिवारी की पत्नी शीला और उनकी बहू दिव्या का आरोप है कि पुलिस दूसरे पक्ष से मिली थी। उनके पति की सूचना के बाद भी मौके पर पुलिस नहीं आई।  झंगहा केअमडीहा गांव में 5...

साइड स्टोरी: समय से पुलिस पहुंच गई होती तो नहीं होती वारदात
हिन्दुस्तान टीम,GorakhpurFri, 23 Jun 2017 09:17 PM
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गोरखपुर, हिन्दुस्तान टीम
अशोक तिवारी की पत्नी शीला और उनकी बहू दिव्या का आरोप है कि पुलिस दूसरे पक्ष से मिली थी। उनके पति की सूचना के बाद भी मौके पर पुलिस नहीं आई। 
झंगहा केअमडीहा गांव में 5 बीघा खेत को लेकर विवाद में फायरिंग के आरोपी की पत्नी शीला ने कहा कि उनके बेटे विश्वजीत को ट्रैक्टर से कुचल कर हत्या करने की संभावना को देखते हुए आत्मरक्षा में पति ने पहले हवाई फायरिंग की। लेकिन नहीं माने तो गोली चलाए। गोली नहीं चलाते तो उनका पूरा परिवार मार दिया जाता। 

घर में था शोक और चली गोली
अभी तीन दिन पूर्व अशोक तिवारी की भाभी लीलावती की मौत हो गई। उनका परिवार शोक में था। इसी बीच भूमि पर कब्ज़ा को लेकर बड़ा बवाल हो गया।

https://www.livehindustan.com/uttar-pradesh/gorakhpur/story-40-round-firing-on-land-possession-one-killed-1152949.html

सीओ के साथ पहुची भारी पुलिस फ़ोर्स
घटना की सूचना के बाद सीओ राजेश भारती, एसओ झंगहा त्रिवेन्द्र कुमार मौर्या, एसओ चौरीचौरा राम अशीष यादव पुलिस फ़ोर्स के साथ मौके पर पहुंचे और लाइसेंसी असलहा और आरोपितों को हिरासत में ले लिया।

गोली चलने के बाद मची भगदड़
खोराबार क्षेत्र से आए लोग भरी पड़े और लाठी डंडा से मारपीट के अलावा बन्दूक से डराने के लिए हवाई फायरिंग शुरू कर दी। अशोक तिवारी के पुत्र विश्वजीत को उन्होंने अपने कब्जे में ले लिया। इसके बाद अशोक तिवारी उर्फ़ बल्लन ने अपनी लाइसेंसी बंदूक और रिवाल्वर से फायरिंग गोली चलाना शुरू किया तो भगदड़ मच गई। दूसरे पक्ष के चार लोग गिरे थे और बाकी लोग भाग गए।

विवाद में है भूमि का मामला
अशोक तिवारी के परिजनों के मुताबिक उनके बाबा के समय से 50 वर्ष पूर्व से वह 5 बीघा भूमि उनके कब्जे में था और उसको जोत बो रहे थे। इसके बाद वह भूमि बगल के भैसही के बलदेव उपाध्याय के नाम हो गई और बलदेव उपाध्याय ने उस भूमि को बैनामा कर दिया था। बलदेव उपाध्याय ने फूलचन्द्र उर्फ साधू यादव को बैनामा कर दिया था। भूमि पर कब्ज़ा को लेकर विवाद हुआ और गोली चल गई। 

फूलचन्द्र यादव के बेटे बबलू की मौत 
अशोक तिवारी के तरफ से चलाई गई गोली में फूलचन्द्र यादव उर्फ साधू के बेटे बबलू यादव की मौत हो गई। जबकि फूलचंद्र, सुरेन्द्र, श्याम दुलारे, राजन सिंह घायल हैं। फूलचन्द्र ने बताया कि कमिश्नर के आदेश पर पुलिस प्रशासन की मौजूदगी में जमीन की पैमाइश हुई थी। वह अपने हिस्से के खेत की जुताई के लिए गए थे। उसी दौरान अशोक तिवारी पांच-छह की संख्या में लोगों को लेकर आए और फायरिंग शुरू कर दिए। जिसमें उनके बेटे को मौत हो गई अन्य घायल हैं। उन्होंने कहा कि हमलोगों के तरफ से कोई फायरिंग नहीं हुई। 


आरोपित को पुलिस ने पकड़ लिया है। असलहा भी बरामद हो गया है। पुलिस समय से पहुंची की नहीं इन सभी बिन्दुओं की जांच की जाएगी। 
एसपी नार्थ गणेश साहा 


 

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