VIDEO: मंत्री, आरएम की जोर आजमाइश के बाद भी नहीं खुला बस का इमरजेंसी गेट
परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह के औचक निरीक्षण में शनिवार को रोजवेज की बदहाल व्यवस्था की कलई खुल गई। निरीक्षण के दौरान मंत्री गोरखपुर डिपो की जर्जर बस में चढ़कर इमरजेंसी गेट खोलने का प्रयास किया...
परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव सिंह के औचक निरीक्षण में शनिवार को रोजवेज की बदहाल व्यवस्था की कलई खुल गई। निरीक्षण के दौरान मंत्री गोरखपुर डिपो की जर्जर बस में चढ़कर इमरजेंसी गेट खोलने का प्रयास किया लेकिन वह नहीं खुला। वेटिंग हाल में डिस्प्ले बोर्ड को खराब देखकर एआरएम में जमकर फटकारा। परिवहन मंत्री स्वतंत्र देव शनिवार की सुबह सबसे पहले गोरखनाथ मंदिर पहुंचे। मंदिर में पूजा-अर्चना के बाद सीधे रेलवे स्टेशन के वर्कशाप पहुंचे। वर्कशाप में गंदगी और जलभराव को देखकर उन्होंने आरएम से पूछा, यहां कभी सफाई नहीं होती है क्या?
आरएम कुछ बोलते कि वह आगे बढ़ गए। पिछले गेट से निकलकर वह वेटिंग हाल में पहुंच गए। जहां डिस्प्ले बोर्ड खराब दिखा। बसों की टाइमिंग स्क्रीन पर नहीं दिखाई दे रही थी। एआरएम से मंत्री ने पूछा, टीवी का स्क्रीन खराब है क्या। बसों के आवागमन की सूचना क्यों नहीं स्क्रीन पर आ रही है। एआरएम ने सफाई दी कि कुछ खराबी आ गई है।
इसके बाद वह पूछताछ केन्द्र में घुस गए। जहां की गंदगी देखकर उन्होंने कहा कि लगता ही नहीं कि यह बस स्टेशन है। आप लोगों को यात्रियों की सुविधा की फिक्र ही नहीं है।
इसके बाद मंत्री गोरखपुर डिपो की बस यूपी 53-बीटी 3356 पर चढ़ गए। वह सीधे बस की इमरजेंसी गेट के पास गए और उसे खोलने लगे। मंत्री को देख बस के कंडक्टर रूदल चौहान और ड्राइवर दीप राय भी गेट को खालने का प्रयास करने लगे। आरएम ने भी कोशिश की लेकिन गेट नहीं खुला। मंत्री ने ड्राइवर और कंडक्टर की तरफ मुखातिक होकर पूछा, बस लेकर चलने से पहले चेक नहीं करते हो क्या। यात्रियों की जान खतरे में में क्यो डाल रहे हो। आरएम एसके राय और एआरएम आरके मंडल से मंत्री ने कहा कि व्यवस्था जल्द सुधार लें। यात्रियों की सुविधा को लेकर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
सर, कचहरी बस स्टेशन चलिए
गोरखनाथ मंदिर में दर्शन कर मंत्री निरीक्षण के निकले तो रोडवेज के अधिकारियों ने कचहरी बस स्टेशन का निरीक्षण की सलाह दी। लेकिन भाजपा नेताओं ने रेलवे बस स्टेशन पर चलने की सलाह दी। इसके बाद मंत्री सीधे वर्कशाप पहुंचे, जहां दुर्व्यवस्था की पोल खुल गई।