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सत्रह करोड़ खाते में फिर भी ‘स्वच्छ भारत’ अभियान को ठेंगा

गोरखपुर। आशीष श्रीवास्तव करीब 17 करोड़ रुपये खाते में होने के बाद भी सैकड़ों गांवों के हजारों ग्रामीण अभी खुले में ही शौच जाने के लिए मजबूर है। जी हां जिले के 314 से ज्यादा ऐसे प्रधान हैं तो स्वच्छ...

सत्रह करोड़ खाते में फिर भी ‘स्वच्छ भारत’ अभियान को ठेंगा
Gorakhpur ,Gorakhpur Mon, 24 Jul 2017 09:45 PM
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गोरखपुर। आशीष श्रीवास्तव
करीब 17 करोड़ रुपये खाते में होने के बाद भी सैकड़ों गांवों के हजारों ग्रामीण अभी खुले में ही शौच जाने के लिए मजबूर है। जी हां जिले के 314 से ज्यादा ऐसे प्रधान हैं तो स्वच्छ भारत अभियान को ठेंगा दिखा रहे हैं। इन सभी के खाते में बीते एक साल से तीन-तीन लाख रुपये से अधिक स्वच्छ भारत अभियान के तहत शौचालय बनवाने के लिए पड़े हैं। पैसा होने के बाद भी न तो ग्रामीणों को जागरूक कर रहे हैं और न ही शौचालय बनवा रहे हैं। 

हैरान करने वाली बात तो यह है कि जिलाधिकारी राजीव रौतेला ने ऐसे लापरवाह प्रधानों को इनके अधिकार सीज करने तक चेतावनी डे डाली है बावजूद इनपर कोई असर नहीं पड़ रहा है। वहीं कुछ प्रधानों ने खाते में पैसे न होने के बाद भी खुद के बूते पूरे गांव को ओडीएफ (खुले में शौच मुक्त) कर डाला है। 

इन प्रधानों से सबक भी नहीं ले रहे लापरवाह प्रधान
चिंता की बात यह है कि अपने पैसे और पत्नी के जेवर गिरवी रखकर शौचालय बनवाने वाले प्रधानों से भी लापरवाह प्रधान सबक नहीं ले रहे हैं। इनकी लापरवाही के चलते अभी भी हजारों की संख्या में महिलाएं, पुरुष और बच्चे खुले में ही शौच करने के लिए मजबूर हैं। 

खतरे में पड़ सकती है इन प्रधानों की कुर्सी
शौचालय के मद में आए करीब 17 करोड़ रुपये जिले के 314 प्रधान दबा कर बैठे हैं। बार बार कहने के बाद भी शौचालय न बनवाता देख अब प्रशासन एक्शन में आ गया है। इन सभी की शक्तियां सीज करने की तैयारी चल रही है। 

जो प्रधान पैसा होने के बाद भी शौचालय नहीं बनवा रहे हैं उनके खिलाफ अब कठोर कार्रवाई करने की तैयारी है। सूची बनाई जा रही है ऐसे प्रधानों की शक्तियां सीज कर दी जाएंगी। ओडीएफ में कोई भी लापरवाही क्षम्य नहीं होगी। 
राजीव रौतेला, जिलाधिकारी

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