दहशत: बाढ़ के बाद अब सांप बने नया संकट, खौफ में गांव वाले
सरयू और घाघरा की चपेट में आये सैकड़ों गांवों में अब नई मुसीबत आ गई है। बाढ़ प्रभावित इलाकों में सांपों की संख्या में अप्रत्याशित रूप से बढ़ोत्तरी होने से पीड़ितों में नया खौफ पसर गया है। रविवार को कई...
सरयू और घाघरा की चपेट में आये सैकड़ों गांवों में अब नई मुसीबत आ गई है। बाढ़ प्रभावित इलाकों में सांपों की संख्या में अप्रत्याशित रूप से बढ़ोत्तरी होने से पीड़ितों में नया खौफ पसर गया है। रविवार को कई इलाकों में पानी में सांपों को देखे जाने के बाद प्रभावित ग्रामीण मुसीबतों से घिर गए हैं।
'हिन्दुस्तान' ने इसकी पड़ताल की तो अधिकारियों ने सांपों के संकट को स्वीकार किया। अफसरों के मुताबिक कई इलाकों में सांपों के पाये जाने की सूचना मिली है। करनैलगंज तहसील के बाढ़ प्रभावित नकहरा और रायपुर, घरकुईयां में रविवार देर शाम गांवों में सांपों का झुंड देखा गया है। बाढ़ पीड़ितों रामकुमार और सहदेव यादव ने बताया कि दो दिन पहले तक सांप नही थे, यह अचानक कहां से आये पता नहीं है।
अब तो घुटने भर पानी में भी चलने से डर लगता है। वही तरबगंज के जैतपुर मांझा और अन्य गांवों में भी सांपों को देखे जाने की सूचना मिल रही है। डीएम जेबी सिंह ने बताया कि अप्रत्याशित रूप से यह घटना प्रकाश में आई है। वन विभाग और पशुपालन विभाग को एनडीआरएफ टीम के साथ लगाया जा रहा है। एंटी स्नेक्स इंजेक्शन हर राहत केन्द्र पर रखवाये जा रहे हैं।
नेपाल के बैराजों से आये सांप-
जानकारों का कहना है कि नेपाल के बैराजों से छोड़े जा रहे हैं पानी के साथ यह सांप आ रहे हैं। नेपाल के इलाकों में सांपों की संख्या अधिक पाई जाती है। इसलिए यह संभावना जताई जा रही है।