जज्बा: बाढ़ में बंद स्कूलों के बच्चों को गांव जाकर पढ़ा रहे हैं ये
बाढ़ की विभीषिका के कारण बंद प्राथमिक विद्यालय के बच्चों को कोई टीचर होमवर्क और पढ़ाने पहुंचे तो चौंकना स्वाभाविक है। वह भी तब जब सरकारी स्कूलों के टीचरों को लेकर समाज में उनकी एक अलग तस्वीर बनी हुई...
बाढ़ की विभीषिका के कारण बंद प्राथमिक विद्यालय के बच्चों को कोई टीचर होमवर्क और पढ़ाने पहुंचे तो चौंकना स्वाभाविक है। वह भी तब जब सरकारी स्कूलों के टीचरों को लेकर समाज में उनकी एक अलग तस्वीर बनी हुई हो। जी हां यह सच है, प्राथमिक विद्यालय धौरहरा के टीचर बाढ़ के पानी में घुस कर गांव गांव जाकर बच्चों को पढ़ाने में लगे हैं।
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सुनकर भले आप अचरज में पड़ गए होंगें लेकिन यह सही है। करनैलगंज में बाढ़ की वजह के चलते सभी स्कूल बंद चल रहे हैं। सोमवार को धौरहरा स्कूल में पढ़ने वाले बच्चे अपने घरों में खेल रहे थे तभी अचानक छुट्टी में स्कूल के प्रधानाध्यापक रवि प्रताप सिंह को देखकर सब अचरज में पड़ गए। सवाल हुआ कि होमवर्क पूरा किया? मोहल्ले में कुछ बच्चों ने पूरा किया था तो कुछ ने नही।
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फिर क्या था वही रवि प्रताप सिंह ने लगा दी पाठशाला। सबका होमवर्क पूरा करा कर वह चल दिए दूसरे मजरों के लिए। गांव के ही दिनेश कहते हैं मास्टर होय तव रवि भैया मेर,हमार स्कूल सबसे अच्छा है अव ई सब भैया जी के कारण होय पाइस है।
जब प्रधानाध्यापक से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि कुछ बच्चे होमवर्क पूरा नही करते थे। कारण पूछने पर बताते थे घर के अन्य काम करने के कारण होमवर्क पूरा नही हो पाता है।उसी की हकीकत जानने के लिए आज गांवों का भ्रमण कर एक ही नही करीब 4 मजरों में बच्चों के होमवर्क को पूरा कराया। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संतोष देव कुमार पाण्डेय कहते हैं रवि में जो लगन है वह अद्वितीय है।