गाजीपुर: हज करके लौटे यात्रियों का किया स्वागत
मक्का मदीना से हज करने के बाद क्षेत्र के हाजी श्मसुद्दीन उनकी बेगम सरवरी खातून, डा. मनवर, मो. इरशाद तथा असफाक खान के ट्रेन से उत्तर कर अपने घर स्थानीय स्टेशन पर मुस्लिम भाइयों ने गले लगाकर शनिवार को...
मक्का मदीना से हज करने के बाद क्षेत्र के हाजी श्मसुद्दीन उनकी बेगम सरवरी खातून, डा. मनवर, मो. इरशाद तथा असफाक खान के ट्रेन से उत्तर कर अपने घर स्थानीय स्टेशन पर मुस्लिम भाइयों ने गले लगाकर शनिवार को गर्मजोशी के साथ स्वागत किया। इस मौके पर हाजियो ने कहा कि मक्का मदीना में हज के समय मुल्क की सलामती व अमन चैन के लिए अल्लाह से दुआ मांगी गयी। काबा में अपने साथ जमजम का पानी, खजूर के साथ मुल्क व परिवार में में अमन चयन रखने की दुआ के लौटने पर लोग खुशी का इजहार किए। मक्का मदीना से हज करके के बाद परिजन वाराणसी के बाबत पुर हवाई अड्डे पर उतरने के बाद फूलमाला पहना कर हाजियो को बड़े एहतराम और अदब के स्वागत किया गया। मक्का मदीना से हज करने के बाद 40 दिन के बाद लौटने पर हाजियो ने बड़े ख़ुलूस के साथ अपने परिवार व शुभ चिन्तको से गले मिलकर ख़ुशी का इजहार किया। इस अवसर पर हज यात्रियो ने कहा कि हज के समय सभी हाजियो को इल्म के एतबार के साथ ही बड़े इत्मिनान से अमल करना चाहिए क्यों कि इसके बीना हज मुकम्मल नहीं हो सकता है। साथ ही साथ हज से आने के बाद यह जरुरी है की सबसे मिलकर गिला शिकवा दूर करने के साथ सबके साथ नेक नियति के साथ आपसी मिल्लत के साथ रहे, तभी हज कबूल होगा। उन्होंने यह भी बताया कि हज के सारे अमल मक्का में होता है और जियारत मदीना में होता है। हज के समय परिवार, शुभ चिन्तको तथा मुल्क की सलामती व अमन चैन के लिए अल्लाह से दुआ मांगी गयी। इस मौके पर स्वागत करने वालों मे मो. मसिउल्ला, मो. हनीफ, मिन्हाज, सरफराज, मो. सेराज, इरशाद, नवशाद, अफरोज, जुनेद, अरसद, सुहैल बबलू, सोनू, मोनू, टोनू, बंटी, मुश्ताक, मो. शफीक, आदि लोग थे।