त्योहार पर परिवार की खुशियों लिए खून बेचने पहुंचा युवक
जरूरत आदमी को क्या क्या नहीं करा देती। देर रात एक मुस्लिम युवक जिला अस्पताल पहुंचा। वह चिकित्सक से कहने लगा कि मुझको पैसों की आवश्यकता है। मेरा खून ले लो मुझे रुपये दे दो। आपातकाल विभाग में मौजूद...
जरूरत आदमी को क्या क्या नहीं करा देती। देर रात एक मुस्लिम युवक जिला अस्पताल पहुंचा। वह चिकित्सक से कहने लगा कि मुझको पैसों की आवश्यकता है। मेरा खून ले लो मुझे रुपये दे दो। आपातकाल विभाग में मौजूद चिकित्सक ने खून लेने से इनकार कर दिया। युवक वहीं पर अड़ा रहा। वह नशे में भी लग रहा था। वह काफी देर तक खून निकालने के लिए अड़ा रहा। अस्पताल प्रशासन ने उसे पुलिस के हवाले कर दिया। पुलिस उसको थाने ले गई। थाने पहुंच कर उसने पुलिस को बताया कि उसे नशा करने के लिए रुपये नहीं चाहिए। त्योहार पर घर में सामान खरीदने के लिए उसको रुपयों की आवश्यकता है। उसके पास परिवार के लिए सामान लाने के लिए कुछ भी नहीं है। उसके पास इसके अलावा कोई चारा नहीं था। पुलिस ने उसके बारे में तहकीकात की। उसकी बातें सही निकलने पर पुलिस ने उसे मंगलवार को दोपहर छोड़ दिया।