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विंध्यधाम का शारदीय नवरात्र मेला रात से शुरू, तैयारियां पूरी

मां विंध्यवासिनी की नगरी में लगने वाला नौ दिनी शारदीय नवरात्र मेला बुधवार की मध्य रात्रि से शुरू हो गया। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के मद्दे नजर मेला क्षेत्र को आठ जोन और 18 सेक्टरों में विभक्त किया है।...

विंध्यधाम का शारदीय नवरात्र मेला रात से शुरू, तैयारियां पूरी
विंध्याचल (भदोही)। हिन्दुस्तान संवादWed, 20 Sep 2017 04:55 PM
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मां विंध्यवासिनी की नगरी में लगने वाला नौ दिनी शारदीय नवरात्र मेला बुधवार की मध्य रात्रि से शुरू हो गया। श्रद्धालुओं की सुरक्षा के मद्दे नजर मेला क्षेत्र को आठ जोन और 18 सेक्टरों में विभक्त किया है। प्रत्येक जोन में जोनल और सेक्टर में सेक्टर मजिस्ट्रेटों की तैनाती की गयी है। इनके साथ पुलिस अफसरों की भी ड्यूटी लगायी गयी है। जिससे देश और विदेश से आने वाले भक्तों को किसी प्रकार की दिक्कत न होने पाए। पंडा समाज के लोगों की ओर से दर्शनार्थियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए हर संभव तैयारी की गई है।

आदि शक्ति और साधना स्थल के रूप में दुनिया में शुमार विंध्यधाम में मां सरस्वती, महाकाली एवं अष्टभुजा एक साथ निवास करती हैं। यही वजह है कि यहां दर्शन पूजन एवं साधना करने वाले व्यक्ति को अभीष्ट फल की प्राप्ति होती है। विंध्य पहाड़ी पर साधना करने के लिए विभिन्न स्थानों पर साधक नवरात्र शुरू होने से पहले डेरा जमा लिए हैं। मां के दर्शन पूजन के लिए देश और प्रदेश के ही नहीं बल्कि विदेशों से भी श्रद्धालु दर्शन पूजन के लिए बड़ी संख्या में भक्त विंध्याचल पहुंच गए हैं। बुधवार की मध्य रात्रि से शारदीय नवरात्र मेला शुरू हो गया। भक्त गंगा स्नान करने के बाद मां के दर्शन पूजन के लिए गर्भगृह की तरफ जाने वाले रास्ते में पंक्तिबद्ध हो गए। प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए कई इंतजाम कर रखा है। रेलवे ने दर्जन भर अतिरिक्त ट्रेनों का ठहराव विंध्याचल स्टेशन पर कर दिया है। इसके अलावा रोडवेज की दो सौ बसें लगायी गयी हैं। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से कैंप, नगर पालिका की तरफ से साफ-सफाई की व्यवस्था की गयी है। अपर जिलाधिकारी(वि/रा) विजय बहादुर सिंह को डीएम विमल कुमार दुबे ने सुपर जोनल मजिस्ट्रेट नियुक्त किया है। यही नहीं मंदिर की ओर जाने वाली साता गलियों में मेटल डिटेक्टर लगा है। दर्शनार्थी उससे होकर ही गुजर पाएंगे। जिससे उनके पास किसी प्रकार की अनुचित सामग्री हो तो पुलिस और प्रशासन को इसकी जानकारी हो जाए। इसी तरह गंगा घाटों पर भी बैरिकेटिंग करके भक्तों की सुरक्षा का पूरा ध्यान रखा जा रहा है। जिससे महिला, पुरुष,युवा और बुजुर्ग दर्शनार्थियों के साथ मां के दर्शन पूजन के लिए आने वाले बाल भक्तों को भी किसी प्रकार की दिक्कत न होने पाए। 

भक्त 24 घंटे में बीस घंटे पा सकेंगे मां के दर्शन
नवरात्र मेले के दौरान पूरे 24 घंटे मां का कपाट दर्शन पूजन के लिए खुला रहेगा। मंदिर का कपाट केवल श्रृंगार और आरती के लिए बंद किया जाएगा। सुबह सबसे पहले मंगला आरती 3 से 4 बजे भोर में होगी। इसके बाद मध्याह्न आरती 12 से 1 बजे दोपहर तक, संध्या आरती 7.30 से 8.30 बजे शाम तक, शयन आरती 9.30 से 10.30 बजे तक होगी। एक एक घंटे के लिए 24 घंटे में मात्र चार घंटे के लिए मंदिर का कपाट दर्शनार्थियों के लिए बंद होगा। इसके अलावा 20 घंटे तक भक्त मां के दर्शन पूजन करके फल की प्राप्टि कर सकेंगे।

प्रशासन ने सभी तैयारियां पूरी करने का किया दावा 
जिला प्रशासन ने मां विंध्यवासिनी के धाम में बुधवार की रात्रि से शुरू होने वाले शारदीय नवरात्र मेले की सभी तैयारियां पूरी कर लिए जाने का दावा किया है। मेला क्षेत्र की साफ-सफाई व्यवस्था दुरूस्त कराने के साथ ही खस्ताहाल सड़कों की पैचिंग का कार्य तेज गति से चल रहा है।

नवरात्र मेला लगभग दस किमी की परिधि में फैला हुआ है। नगर के ओझला पुल से अकोढ़ी स्थित सीता कुण्ड तक विंध्यधाम में दर्शन पूजन करने आने वाले श्रद्धालु फैले रहते है। मां विंध्यवासिनी का दर्शन पूजन करने के बाद भक्त अष्टभुजा और कालीखोह मंदिरों में दर्शन पूजन कर त्रिकोण परिक्रमा करते है। अष्टभुजा मंदिर से लगभग एक किमी पश्चिम में विंध्य पहाड़ी पर मां सीता का मंदिर भी है। नवरात्र में आने वाले श्रद्धालु सीता कुण्ड पहुंच कर दर्शन पूजन करेंगे। इसके अलावा तारा मंदिर, रामेश्वरम मंदिर, मोतिया तालाब और गेरूआ तालाब पर स्थित मंदिरों में दर्शन पूजन के लिए पहुंचते है। इन स्थानों पर भी प्रशासन की तरफ से साफ-सफाई और प्रकाश के लिए बिजली की व्यवस्था की गयी है। मेला की सुरक्षा में एक हजार पुलिस कर्मियों की तैनाती की गयी है। एक अपर पुलिस अधीक्षक, दर्जन भर पुलिस क्षेत्राधिकारी, फायर बिग्रेड की छह गाड़ियों को विभिन्न स्थानों पर खड़ा करा दिया गया है। जीआरपी और आरपीएफ ने भी सुरक्षा के मद्देनजर दो सौ पुलिस कर्मियों की तैनाती रेलवे स्टेशन और सर्कुलेटिंग एरिया में कर दी है। मेले में आने वाले यात्रियों के लिए पांच टिकट काउंटर की व्यवस्था की गयी है। आरक्षण कार्यालय दो सिफ्टों में संचालित किया जाएगा। गंगा घाटों पर भी बैरिकेडिंग करा दी गयी है। इसके अलावा जल पुलिस को मोटरबोट के साथ तैनात किया गया है।

प्लेटफार्म और सर्कुलेटिंग एरिया में खोला गया स्टाल
नवरात्र मेले के दौरान मां विंध्यवासिनी का दर्शन पूजन करने आने वाले श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए तीनों प्लेटफार्म एवं सर्कुलेटिंग एरिया में एक-एक स्टाल खुलवा दिया गया है। इन स्टालों पर खानेपीने के सामानों की बिक्री की जा रही है।

दो मोबाइल शौचालय भी रखवाया गया
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए स्टेशन परिसर में दो मोबाइल शौचालय रखवाया गया है। इसकी नियमित सफाई के लिए कर्मचारियों की भी व्यवस्था की गयी है। रेलवे के अफसरों का मानना है कि इससे सर्कुलेटिंग एरिया में गंदगी नहीं हो पाएगी।

मेला क्षेत्र में शौचालय, केरोसिन की व्यवस्था 
विंध्याचल में शारदीय नवरात्र मेला के लिए डेढ सौ से अधिक अस्थायी शौचालयों का भी निर्माण कराया गया है। जिससे बाहर से दर्शन पूजन करने के लिए आने वाले भक्तों को शौचालय करने के लिए दिक्कतों का सामना न करना पड़े। केरोसिन की दुकानों का भी आवंटन कर दिया गया है। इससे लोगों को भेाजन के लिए भी परेशान नहीं होना पड़ेगा।

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