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खेती-किसानी व मवेशियों की देखभाल की दी जानकारी

कृषक जागरूकता योजना के तहत ब्लाक स्तरीय कृषि मेले का आयोजन सोमवार को विकास खंड औराई के प्राथमिक विद्यालय महराजगंज में किया गया। आयोजित मेले में किसानों को कृषि से जुड़े सरकार द्वारा संचालित विभिन्न...

खेती-किसानी व मवेशियों की देखभाल की दी जानकारी
Center,VaranasiTue, 23 May 2017 12:16 AM
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कृषक जागरूकता योजना के तहत ब्लाक स्तरीय कृषि मेले का आयोजन सोमवार को विकास खंड औराई के प्राथमिक विद्यालय महराजगंज में किया गया। आयोजित मेले में किसानों को कृषि से जुड़े सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं की जानकारी दी गई। कार्यक्रम का शुभारंभ ग्राम प्रधान हुसैनीपुर मनिराम सिंह ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। विभागीय अधिकारियों ने किसानों से पंजीकरण कराने का आह्वान किया गया, ताकि ज्यादा से ज्यादा किसान योजनाओं का लाभ उठा सकें। इस दौरान उप कृषि निदेशक धर्मेंद्र कुमार ने किसानों को प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, प्रधानमंत्री सिंचाई योजना, एग्री जंक्शन, मृदा परीक्षण, धान बीज दर, सोलर पंप एवं कृषि यंत्रों पर मिलने वाले अनुदान के विषय में विस्तार से बताया गया। कहा कि ढैंचा बीज राजकीय कृषि बीज भंडार में उपलब्ध है। कृषक बीज क्रय कर खाद के रूप में प्रयोग कर सकते हैं। कृषि विशेषज्ञ कुबेर यादव ने बताया कि धान प्रजाति नरेंद्र 80, नरेंद्र 2065, शुष्क सम्राट, एचडीआर 2064, मालवीय 105 तथा पंत 12 का चयन कर किसान बीज शोधन थीरम, कार्बेंडाजिम या ट्राइकोडर्मा से कर नर्सरी जून के मध्य तक डाल दें। नर्सरी में संतुलित उर्वरक के साथ जिंक सल्फेट का भी प्रयोग करें। पशु चिकित्साधिकारी औराई डा. सुरेन्द्र सिंह ने पशुओं में खुरपका, मुंहपका एवं गलाघोंटू के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि पशुओं को तेज बुखार आने व लार निकलने से इन बीमारियों के लक्षण दिखाई देने लगते हैं। मवेशियों को बीमार होते ही तत्काल पशु चिकित्सकों से संपर्क कर उचित उपचार कराएं। कृषि वैज्ञानिक डा. अजीत कुमार चतुर्वेदी ने अमरूद, आंवला, लौकी, तोरिया, टमाटर, मिर्च आदि सब्जियों की खेती करने की विधि बताया। कृषि विज्ञान केंद्र बेजवां के कृषि वैज्ञानिक डा. आरपी चौधरी ने किसानों को उर्द एवं मूंग की खेती के विषय में बताया। कहा कि मूंग आईपीएम 02-3 की शीघ्र बुवाई किसान जून से जुलाई के मध्य तक कर दें। खर पतवार (घास) नाशक के लिए किसान पेंडामिथकिन का छिड़काव करें। लोकगायक जटाशंकर ने गीत-संगीत के माध्यम से किसान को जागरूक किया। इस मौके पर दुर्गा प्रसाद पाल, दौलतराम, अशोक कुमार श्रीवास्तव आदि थे।

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