बरेली पुलिस ने इतना पीटा कि चली गई एक नौजवान की जान
महीने भर पहले पुलिस की पिटाई से घायल अनुज भटनागर की मंगलवार देर रात लखनऊ में मौत हो गई। वह लखनऊ के पीजीआई में भर्ती था। पुलिस ने बुधवार सुबह को उसका पोस्टमार्टम कराया है। परिवार वालों ने पुलिस पर...
महीने भर पहले पुलिस की पिटाई से घायल अनुज भटनागर की मंगलवार देर रात लखनऊ में मौत हो गई। वह लखनऊ के पीजीआई में भर्ती था। पुलिस ने बुधवार सुबह को उसका पोस्टमार्टम कराया है। परिवार वालों ने पुलिस पर हत्या करने का आरोप लगाया है। एडीजी, आईजी और एसएसपी ने पोस्टमार्टम हाउस पहुँचकर परिवार वालों से बात कर उन्हें ढाढस बंधाया।
उत्तराखंड में खटीमा के रहने वाले अनुज भटनागर को 22 अप्रैल कि दोपहर को बाइक चोरी के आरोप में बिहारीपुर के एक दुकानदार मनीष ने पकड़ा था। पुलिस चौकी के पास ही लोगों ने उसे पीटा। इसके बाद यूपी 100 को इसकी सूचना दी। यूपी 100 की गाड़ी अनुज को लेकर कोतवाली गई। वहां कोतवाली पुलिस और क्राइम ब्रांच ने अनुज से पूछताछ की। आरोप है कि उस पर थर्ड डिग्री का इस्तेमाल कर बाइक चोरी के बारे में जानकारी कि जिस पर उसने दो-तीन बाइक चोरी करने की बात कही थी।
हालांकि इसी दौरान पुलिस की पिटाई से उसकी हालत बिगड़ गई। जिस पर पुलिस वालों के हाथ पांव फूल गए। जिन लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी थी। उनकी तरफ से अनुज को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हालत नाजुक होने पर देर रात को उसे एसआरएमएस में भर्ती कराया गया। जहां सप्ताह भर तक उसे डायलिसिस पर रखा गया था। इसके बाद बेहतर इलाज के लिए लखनऊ पीजीआई रेफर कर दिया गया था। मंगलवार देर रात अनुज की मौत हो गई। अनुज की मौत से कोतवाली पुलिस में खलबली मची है।
कटघरे में क्राइम ब्रांच कोतवाली पुलिस
पुलिस ने विवाद से बचने के लिए बिहारीपुर के रहने वाले दुकानदार मनीष की ओर से अनुज को जिला अस्पताल में दाखिल कराया था। पुलिस का कहना था की पब्लिक ने पीटकर अस्पताल में भर्ती कराया है। जबकि लोगों ने अनुज भटनागर को कोतवाली पुलिस को सौंपा था। पूछताछ के दौरान पिटाई से उसकी हालत बिगड़ी। जिस पर उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। कोतवाली में क्राइम ब्रांच के सिपाहियों के खिलाफ इस मामले में तस्करा भी डाला गया है।
गाड़ी चलाता था अनुज भटनागर
प्रेमनगर के शास्त्री नगर में चाय की दुकान चलाने वाले अनुज के भाई अमित भटनागर ने बताया कि वह ड्राइविंग करता था। घटना से एक दिन पहले वह बरेली आया था। पुलिस बाइक चोरी का झूठा आरोप मढ़ रही है। पुलिस की पिटाई से ही मेरे भाई की मौत हुई है। दोषी पुलिस वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।