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प्लेन से आया इंजीनियर बेटे का शव, फफक कर रोया गांव

बैंगलुरू में छत से गिर कर जान गवांने वाले इंजीनियर  बेटे का शव शुक्रवार सुबह जब गांव पहुंचा तो पूरे गांव में कोहराम मच गया। पूरा गांव फफक फफक कर रो पड़ा। नम आंखों से हर कोई बेटे की मौत पर...

प्लेन से आया इंजीनियर बेटे का शव, फफक कर रोया गांव
हिन्दुस्तान संवाद ,लखीमपुर खीरीFri, 23 Jun 2017 07:22 PM
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बैंगलुरू में छत से गिर कर जान गवांने वाले इंजीनियर  बेटे का शव शुक्रवार सुबह जब गांव पहुंचा तो पूरे गांव में कोहराम मच गया। पूरा गांव फफक फफक कर रो पड़ा। नम आंखों से हर कोई बेटे की मौत पर परिजनों को ढांढस बंधा रहा था। 

भीखमपुर गांव के अध्यापक राजेंद्र प्रसाद मिश्र का बड़ा बेटा विद्याशंकर मिश्र (30) बंगलुरू में इंजीनियर था। वह जिला सवंतनगर में एनआईआईटी साफ्टवेयर इंजीनियर डेवलपर के पद पर तैनात था। छत से गिर कर बुधवार को उसकी मौत हो गई थी। मृतक के पिता राजेंद्र प्रसाद मिश्र ने बताया कि कालोनी में विद्या शंकर अपने भाई रिंकू मिश्र के साथ रहते थे। बताते है कि बुधवार रात वह चौथी मंजिल पर सोए थे। इसी दौरान वह छत से नीचे आ गिरे। बंगलुरू में पोस्टमार्टम के बाद विद्या का शव प्लेन से लखनऊ लाया गया, जहां से एम्बूलेंस द्वारा गांव शुक्रवार सुबह गांव पहुंचा। राजेंद्र प्रसाद के परिवार में तीन भाई व दो बहनों में विद्याशंकर सबसे बडे थे। अपने होनहार बेटे को खोने का गम हर आंख में साफ तौर पर देखने को मिल रहा था। बड़े, छोटे, बुजुर्ग, महिलाएं, बच्चें, पुरूष सभी की आंखें अपने केा खोने का गम साफ तौर पर बयां कर रही थी। जवान बेटे को खोने का गम पिता को बार बार बेसुध कर रहा था। लोग उन्हें ढाढस बधाते हुए अनहोनी को कोस रहे थे। जब वि़द्याशंकर की अर्थी उठी तो पूरा गांव एक बार फिर दहाडे मार कर रोने लगा। 
 

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