खीरी के दो और बच्चों में एईएस, आईसीयू में भर्ती
जिले के दो और बच्चों में एईएस की पुष्टि की गई है। दोनों बच्चों को जिला अस्पताल में बने आईसीयू में भर्ती कराया गया। एक बच्चा अभी भी भर्ती है, एक के परिवार वाले उसे लेकर घर चले गए। दोनों बच्चों में...
जिले के दो और बच्चों में एईएस की पुष्टि की गई है। दोनों बच्चों को जिला अस्पताल में बने आईसीयू में भर्ती कराया गया। एक बच्चा अभी भी भर्ती है, एक के परिवार वाले उसे लेकर घर चले गए। दोनों बच्चों में जापानी इंसेफलाइटिस की जांच की जाएगी। खीरी में इस साल अब तक जापानी इंसेफलाइटिस
और एक्यूट सिंड्रोम बीमारी के लक्षण वाले सात बच्चे मिले हैं। इसमें से तीन बच्चों की मौत भी हो चुकी है। इसके बाद भी अभी महकमे ने इन बच्चों में बीमारी की पुष्टि नहीं की।
शुक्रवार को भीरा क्षेत्र के गांव ढिमरोल में रहने वाले जगतपाल के ढाई साल के बेटे आजाद को तेज बुखार और झटके आने पर जिला अस्पताल लाया गया। अस्पताल में उसकी हालत मंभीर होने पर उसे आईसीयू में भर्ती किया गया। गुरुवार की शाम को दासे साल के आनन्द को भी भर्ती किया गया था। उसमें में भी एईएस के लक्षण मिले थे। उसे भी आईसीयू में भर्ती किया गया था। उसके परिवार वाले उसे लेकर चले गए। अस्पताल में डॉक्टरों ने उसको संभावित एईएस का रोगी मानते हुए आईसीयू में भर्ती कर दिया।
सात बच्चों में जेई और एईएस के लक्षण
जिला अस्पताल में आने वाले बीमार बच्चों में अब तक नौ बच्चों में जेई और एईएस की बीमारी के लक्षण होने की बात कहीं गई है। इनमें से तीन बच्चों की मौत भी हो चुकी है। महकमा इन बच्चों के गांव टीम भेजकर सलाईड और दवा का छिड़काव भी कर चुका है।
इन बच्चों में मिले लक्षण
घोसियाना जिन्सी की रहने वाली ईजा, हाथीपुर उत्तरी की रहने वाली जान्हवी, लखनिया पुरवा की जुल्फी, दिव्यांशी गुप्ता, अनुभव अवस्थी, पसियनपुरवा के मोहित, सिगाही की काजल, नेहा सिंह, ढिमरौला के आजाद, चंदसुकमा के अनान्द है।