रिश्वत लेते सदर तहसील का मालबाबू गिरफ्तार
सदर तहसील में तैनात मालबाबू को रिश्वत लेते हुए एंटी करेप्शन टीम ने रंगेहाथ दबोच लिया। पीड़ित का आरोप है कि बाबू ने हैसियत प्रमाण पत्र बनाने के लिए रिश्वत मांग रहा था। उसे गिरफ्तार करने के बाद कोतवाली...
सदर तहसील में तैनात मालबाबू को रिश्वत लेते हुए एंटी करेप्शन टीम ने रंगेहाथ दबोच लिया। पीड़ित का आरोप है कि बाबू ने हैसियत प्रमाण पत्र बनाने के लिए रिश्वत मांग रहा था। उसे गिरफ्तार करने के बाद कोतवाली ले जाया गया। एंटी करेप्शन के इंस्पेक्टर का कहना है कि मुकदमा दर्ज करने के बाद आरोपी को लखनऊ स्थित कोर्ट में पेश किया जाएगा। शहर के जरैलीकोठी मोहल्ला निवासी मजहर हुसेन कचहरी में स्टांप वेंडर है। उसने अक्टूबर 2016 में हैसियत प्रमाण पत्र बनवाने के लिए प्रार्थना पत्र दिया था। जनवरी 2017 में फाइल सदर तहसील के मालबाबू प्रमोद द्विवेदी के पास पहुंच गई। मजहर का आरोप है कि प्रमोद द्विवेदी प्रमाण पत्र बनवाने के नाम पर उससे तीन हजार रुपए मांग रहा था। पैसा न देने के कारण उसका प्रमाण पत्र नहीं बनाया जा रहा था। इस पर मजहर ने तहसीलदार से शिकायत की थी लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। वह जनवरी माह से तहसील के बराबर चक्कर काट रहा था। मजबूर होकर उसने एंटी करेप्शन भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के यहां शिकायत की थी। गुरुवार को एंटी करेप्शन के इंपेक्टर अंबरीश यादव, आरके सिंह, एसआई मोहम्मद इशरार, एसआई केके मिश्रा, जफरउद्दीन अंसारी, निरंजन के साथ आ धमकी। उन्होंने केमिकल लगे 1500 रुपए मजहर के जरिए मालबाबू को दिए गए। टीम ने छापा मारकर प्रमोद द्विवेदी को गिरफ्तार कर लिया उसे कोतवाली ले जाया गया। इंस्पेक्टर अंबीश का कहना है कि प्रमोद द्विवेदी के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया है। कोतवाली पुलिस उसे लेकर लखनऊ कोर्ट में पेश करेगी।