चचेरे भाइयों को लाठी से पीटा
तिंदवारी थाना क्षेत्र के सैमरी गांव में शनिवार की शाम खेत में पानी लगाने को लेकर विवाद हो गया। तीन लोगों ने दो चचेरे भाइयों को लाठियों से पीटकर बेदम कर दिया। शोरशराबा सुनकर खेत में काम कर रहे ग्रामीण...
तिंदवारी थाना क्षेत्र के सैमरी गांव में शनिवार की शाम खेत में पानी लगाने को लेकर विवाद हो गया। तीन लोगों ने दो चचेरे भाइयों को लाठियों से पीटकर बेदम कर दिया। शोरशराबा सुनकर खेत में काम कर रहे ग्रामीण दौड़ पड़े। किसी तरह समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया। एक अन्य घटना में रुपए के लेन-देन को लेकर हुए विवाद में दबंगों ने घर में घुसकर एक ही परिवार के पांच लोगों को लाठियों से पीटकर लहूलुहान कर दिया। घटना को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए। सभी घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
सैमरी गांव निवासी अवधेश (40) पुत्र राजाराम शनिवार की शाम अपने खेत की सिंचाई कर रहा था। इस बीच उसका चचेरा भाई रज्जन खेत पहुंच गया और अवधेश के पाइप छीनकर जबरदस्ती अपने खेत में डालकर सिंचाई करने लगा। अवधेश ने इसका विरोध किया तो इसी बात को लेकर दोनों में विवाद हो गया। रज्जन समेत तीन लोगों ने अवधेश को लाठियों से पीटना शुरू कर दिया। इसी बीच शोरशराबा सुनकर चचेरा भाई जगदीश (38) पुत्र देवीप्रसाद बचाने पहुंचा तो उसे भी लाठियों से पीटकर लहूलुहान कर दिया। दूसरी घटना में इसी थाना क्षेत्र के परागीडेरा निवासी रामभवन ने एक वर्ष पहले पड़ोसी राजाभइया से एक लाख रुपए लिए थे। उसने पिछले वर्ष थानाध्यक्ष की मौजूदगी में राजाभइया को पूरे रुपए वापस कर दिए थे। राजाभइया उससे दोबारा रुपए मांग रहा था। न देने पर शनिवार की रात विवाद हो गया। आधा दर्जन दबंगों ने घर में घुसकर रामभवन की पत्नी मीरा (40) को लाठियों से पीटना शुरू कर दिया। मां को पिटता देख दो बेटी संगीता (20), दीपिका (13), पुत्र राजन (16), भतीजा सुमित (15) पुत्र रामबहादुर बचाने आए तो उन्हें भी मारपीट कर लहूलुहान कर दिया। चीख-पुकार सुनकर ग्रामीण दौड़ पड़े। हमलावर फरार हो गए। घायल मीरा का कहना है कि हमलावर दूध के आधा दर्जन डिब्बे और अन्य सामान भी ले गए हैं। एक अन्य घटना में बबेरू कोतवाली के जलालपुर गांव निवासी सुनीता (58) पत्नी रामगोपाल अपनी बहू शिवदेवी की बहन ऊषा के घर चरका गांव आठ हजार रुपए लेने गई थी। रुपए के लेन-देन को लेकर विवाद हो गया। तीन लोगों ने सुनीता को लाठियों से पीटकर लहूलुहान कर दिया। शोर सुनकर आसपास के लोग दौड़ पड़े। समझा-बुझाकर मामले को शांत कराया।