ट्रेंडिंग न्यूज़

Hindi News उत्तर प्रदेश बागपतपूर्ण भुगतान होने तक मलकपुर मिल को नहीं देंगे गन्ना

पूर्ण भुगतान होने तक मलकपुर मिल को नहीं देंगे गन्ना

छपरौली कस्बे में क्षेत्र के गन्ना किसानों की पंचायत में निर्णय लिया गया कि बिना भुगतान के एवं चार सौ रुपये प्रति कुन्तल से कम में आगामी सत्र में मलकपुर मिल को गन्ना नही देंगे । रविवार को छपरौली...

पूर्ण भुगतान होने तक मलकपुर मिल को नहीं देंगे गन्ना
हिन्दुस्तान टीम,बागपतMon, 25 Sep 2017 12:36 AM
ऐप पर पढ़ें

छपरौली कस्बे में क्षेत्र के गन्ना किसानों की पंचायत में निर्णय लिया गया कि बिना भुगतान के एवं चार सौ रुपये प्रति कुन्तल से कम में आगामी सत्र में मलकपुर मिल को गन्ना नही देंगे । रविवार को छपरौली कस्बे के शिव मन्दिर मे क्षेत्र के गन्ना किसानों की एक पंचायत आयोजित कि गई । पंचायत मे वक्ताओं ने कहा है कि गत वर्ष मिल मालिक ने किसानों से वादा किया था कि पूरा भुगतान कर दिया जायेगा, लेकिन मिल मालिक ने किसानों के साथ धोखा किया है । अब मिल मालिक किसानों को कह रहा है कि मार्च माह तक का भुगतान करेगा। मिल मालिक का यह कहना किसानों के साथ सरासर धोखा देना है । कहा कि अगर मिल मालिक गन्ने का सारा भुगतान नही करता तो किसान मिल को गन्ना नहीं देंगे । पंचायत में सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि जब तक मिल मालिक किसानों का सारा भुगतान नही करता तो क्षेत्र के किसान अपना गन्ना नही देगे ।वहीं किसानों ने कहा कि अगर मिल मालिक ने गन्ने का भुगतान कर दिया तो किसान चार सौ रूपये से कम पर गन्ना नही देंगे ।पंचायत की अध्यक्षता ईलमसिह ने व संचालन जितेन्द्र ने किया। इसके अलावा पंचायत मे कर्णपाल ,श्यामसिह , जगपाल , सहदेव ,मा महकसिह ,नरेन्दर, सहदेव, रिषिपाल ,मदनपाल, सतबीर, तेजबीर आदि ।समस्याओं पर बना समन्वय मंचदाहा।हमारे संवाददातासीबीएसएम पब्लिक स्कूल भड़ल में किसान अधिकार आंदोलन के तत्वावधान में किसानों की समस्याओं को लेकर चल रहे दो दिवसीय विचार मंथन कार्यक्रम का समापन हुआ।जिसमें सभी किसान संगठनों ने मिलकर किसान अधिकार समन्वय मंच की स्थापना की। कार्यक्रम में वक्ताओं का कहना था कि किसानों की भूमि अधिग्रहण नहीं होनी चाहिए। किसानों के कर्ज पूर्ण रूप से माफ होने चाहिए। 60 वर्ष से अधिक उम्र के किसानों की पेंशन होनी चाहिए।शिक्षिक युवाओं को रोजगार गारंटी के तहत रोजगार मिलना चाहिए। स्वामी नाथन आयोग की रिपोर्ट लागू नहीं होनी चाहिए।यह किसान विरोधी है।कार्यक्रम में यूपी, हरियाणा, दिल्ली एवं राजस्थान से आए किसान संगठनों के मुखियाओं ने किसानों की समस्याओं को जोर शोर से उठाने के लिए किसान अधिकार समन्वय मंच की स्थापना की।जिसके संयोजक चौधरी नरेंद्र राणा को बनाया गया। इस मंच के माध्यम से पूरे भारत के किसानों की समस्याओं को उठाया जाएगा।आगामी बैठक 23 व 24 अक्तूबर को गोंडा में होगी।कार्यक्रम की अध्यक्षता शिवाजी राय देवरिया ने की व संचालन जिया लाल हरियाणा ने किया।इस मौके पर नरेंद्र राणा, ईश्वर सिंह चहल हरियाणा, रणधीर सिंह हरियाणा, अनिरुद्ध मुखिया, संजय कुमार अमेठी, उमेश मिश्रा लखनऊ, सतेंद्र बालियान, महेश सिंह गोंडा, रमनदीप सिंह मान दिल्ली, कृष्णपाल दिल्ली, दीवान सिंह दिल्ली आदि ने विचार व्यक्त किए।

हिन्दुस्तान का वॉट्सऐप चैनल फॉलो करें