सारा बृजसंग फिर भी उझानी में झल्लाए
राजनीति के महासंग्राम में सफेदपोश योद्धाओं ने हुंकार भर दी है। योद्धाओं के महारथियों को अपने पसंदीदा प्रत्याशी को जिताना नाक बचाने के बराबर हो गया है। दिन रात की जी तोड़ मेहनत के बावजूद लोटस दल में...
राजनीति के महासंग्राम में सफेदपोश योद्धाओं ने हुंकार भर दी है। योद्धाओं के महारथियों को अपने पसंदीदा प्रत्याशी को जिताना नाक बचाने के बराबर हो गया है। दिन रात की जी तोड़ मेहनत के बावजूद लोटस दल में भीतरघात चल रहा है। जिसका खामियाजा भुगतने से पहले सारा बृजसंग पूरी ताकत झोंकने में लगा हुआ है। किसी ने सही कहा है कि घर का भेदी लंका ढहाए। बात कर रहे है उझानी नगर पालिका सीट की। अपने लोटस दल का नुमाइंदा बृजवासी की पसंद है। ऐसे में बृजवासी की नाक और मूंछ का सवाल बन गया। बात ठीक भी है, पर लोटस दल के पुराने कमलदलीय चैन से नहीं बैठने की सौगंध खा चुके हैं। इन कमलदलियों से पार पाना बृजवासी भाई के लिए चुनौती से कम नहीं। सारी ताकत लगाने के बाद भी जब मामला शांत नहीं हुआ तो अपने बृजवासी का झल्लाना लाजमी है।