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मल्टीनेशनल कंपनी संभालेगी माघ मेले की भीड़

कुंभ 2019 के रिहर्सल के तौर पर माघ मेले में भीड़ प्रबंधन के लिए आईटी सेक्टर की अंतरराष्ट्रीय कंपनी को लगाया जाएगा। ओलंपिक खेलों का प्रबंधन करने वाले कई कंपनियों से जिला प्रशासन की ओर से वार्ता भी की...

मल्टीनेशनल कंपनी संभालेगी माघ मेले की भीड़
हिन्दुस्तान टीम,इलाहाबादThu, 16 Nov 2017 01:10 PM
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कुंभ 2019 के रिहर्सल के तौर पर माघ मेले में भीड़ प्रबंधन के लिए आईटी सेक्टर की अंतरराष्ट्रीय कंपनी को लगाया जाएगा। ओलंपिक खेलों का प्रबंधन करने वाले कई कंपनियों से जिला प्रशासन की ओर से वार्ता भी की जा रही है।

कुछ कंपनियों ने संगम नगरी आने वाले सभी श्रद्धालुओं को चिप बैंड लगाने का भी सुझाव दिया है। इससे हर व्यक्ति पर नजर रखी जा सकेगी। प्रमुख स्नान पर्वों पर आने वाले श्रद्धालुओं की वास्तविक संख्या भी पता चल जाएगी। सुरक्षा के नजरिये से भी यह व्यवस्था बेहतर रहेगी।

इसके लिए प्रशासन को हर सेक्टर में अधिक कम्यूटर लगाने पड़ेंगे। मॉनीटिरिंग के लिए भी बड़ी तादाद में प्रशिक्षित लोगों को लगाना पड़ेगा। चिप बैंड की व्यवस्था मेले के कुछ इलाकों में प्रयोग के तौर लागू करने पर विचार किया जा रहा है।

माघ मेले में इस बार सीसीटीवी कैमरे अधिक लगाए जाएंगे। प्रमुख मार्गो व घाटों पर कैमरों की संख्या बढ़ाई जाएगी। मेला प्रशासन ने हर क्षेत्र में कैमरों की तादाद बढ़ाने का प्रस्ताव भी नगर विकास विभाग को दे दिया है। जिला प्रशासन आधुनिक तरीके से भीड़ प्रबंधन की व्यवस्था अन्य स्रोतों से भी करेगा। इसके लिए एमएनएनआईटी के कम्यूटर साइंस व आईटी विभाग के छात्रों को भी लगाया जाएगा। ट्रिपल आईटी के विशेषज्ञों से भी बातचीत की जा रही है।

इस बार माघ मेला का क्षेत्र भी 1500 से बढ़ाकर 1800 बीघा कर दिया गया है। झूंसी की तरफ ही 70 फीसदी से अधिक मेला बसेगा। इतने बड़े क्षेत्र में भीड़ प्रबंधन के लिए कई स्थानों पर कंट्रोल रूम भी बनाए जाएंगे। पर्यटन के नजरिए से मेला क्षेत्र में आने वाले सैलानियों के लिए भी विशेष व्यवस्था की जाएगी। इससे वाराणसी एवं आगरा आने वाले पर्यटक माघ मेले तक आ सकें।

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जिलाधिकारी सुहास एलवाई का कहना है कि माघ मेले में भीड़ प्रबंधन की आधुनिक व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए ओलंपिक खेलों का प्रबंधन करने वाली कई कंपनियों से बातचीत चल रही है। विशेषज्ञों से भी सुझाव लिए जा रहे हैं। अगर यह व्यवस्था माघ मेले मे सफल रही तो इसे 2019 में लगने वाले कुंभ मेले में भी लागू किया जा सकता है।

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