एक्शन में योगी: अपने ही विधायक के पति पर दर्ज कराया केस
इलाहाबाद पुलिस ने मुख्यमंत्री के निर्देश पर करवरिया बंधुओं समेत 14 के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पूर्व सांसद कपिलमुनि, उनके भाई पूर्व विधायक उदयभान, पूर्व एमएलसी सूरजभान व अन्य पर एक दुकान को...
इलाहाबाद पुलिस ने मुख्यमंत्री के निर्देश पर करवरिया बंधुओं समेत 14 के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। पूर्व सांसद कपिलमुनि, उनके भाई पूर्व विधायक उदयभान, पूर्व एमएलसी सूरजभान व अन्य पर एक दुकान को जबरदस्ती बेचने का दबाव बनाने, जेल से धमकी देने, सराफा दुकान में घुसकर फायरिंग करने का आरोप है। उदयभान करवरिया मेजा से भाजपा की विधायक नीलम करवरिया के पति हैं।
बादशाहीमंडी निवासी सुनील वर्मा की सराफा की दुकान जानसेनगंज में वशिष्ठ होटल के बगल में है। उनका आरोप है कि होटल के मालिक कपिलमुनि, सूरजभान और उदयभान उस पर बहुत दिनों से दुकान बेचने का दबाव बना रहे थे। जेल में बंद होने के बाद आदमी भेजकर धमकी दिला रहे थे कि दुकान नहीं बेचोगे तो हत्या करवा देंगे। 30 जून को सूरजभान करवरिया के बेटे वैभव ने उनकी दुकान के सामने गाड़ी लगा दिया।
उस गाड़ी पर विधायक लिखा था और भाजपा का झंडा भी लगा था। इससे दुकान का रास्ता बंद हो गया। सुनील वर्मा ने दुकान के सामने से गाड़ी हटाने के लिए कहा तो वैभव अपने साथ असलहाधारियों को लेकर दुकान में घुस गया। काउंटर पर बैठी पत्नी जूली वर्मा के साथ बदतमीजी की। पड़ोसी दुकानदार राज कुमार वर्मा व वैभव करवरिया आदि ने पिस्टल निकालकर जान से मारने की धमकी दी। दुकान के अंदर फायरिंग की।
असलहाधारियों ने दुकान में तोड़फोड़ की। इससे वहां अफरातफरी मच गई। लोगों की भीड़ बढ़ी तो धमकी देते हुए असलहाधारी निकल गए। उस वक्त कोवताली पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया था। बाद में पीड़ित ने मुख्यमंत्री से मदद की गुहार लगाई जिसके बाद केस दर्ज हुआ। कोतवाली इंस्पेक्टर अनुपम शर्मा ने बताया कि घटना के वक्त क्या हुआ था, सीसीटीवी कैमरे में कैद है। वैज्ञानिक साक्ष्य के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।
जवाहर पंडित हत्याकांड के आरोपित हैं तीनों भाई
कपिलमुनि करवरिया, उदयभान करवरिया और सूरजभान करवरिया इस समय जेल में बंद हैं। चुनाव से पूर्व तीनों भाइयों को नैनी जेल से मिर्जापुर जेल में शिफ्ट किया गया था। बाद में तीनों भाई नैनी जेल में आ गए। तीनों पर आरोप है कि उन्होंने साजिश रचकर सपा विधायक जवाहर पंडित की 13 अगस्त 1996 को सिविल लाइंस में हत्या कराई थी। इस हत्याकांड में पहली बार में इलाहाबाद में एके 47 से गोली चली थी।