थाना दिवस में निपटाएं तहसील दिवस के बचे मामले
कमिश्नर डॉ. आशीष कुमार गोयल ने मंडल के सभी जिलाधिकारियों और पुलिस प्रमुखों को निर्देश दिया है कि तहसील दिवसों में राजस्व मामलों के निस्तारण के साथ-साथ अब थाना दिवसों में भी तहसील दिवस के अवशेष मामलों...
कमिश्नर डॉ. आशीष कुमार गोयल ने मंडल के सभी जिलाधिकारियों और पुलिस प्रमुखों को निर्देश दिया है कि तहसील दिवसों में राजस्व मामलों के निस्तारण के साथ-साथ अब थाना दिवसों में भी तहसील दिवस के अवशेष मामलों का निस्तारण सुनिश्चित किया जाए। साथ ही प्रशासनिक अफसर राजस्व समस्याओं के निस्तारण संबंधी विभिन्न कार्यक्रमों के समय और स्थान की सूचना क्षेत्रीय जनता को प्रचार माध्यमों से देना सुनिश्चित करें। कमिश्नर ने 23 मई को सभी जिलाधिकारियों और पुलिस प्रमुखों को पत्र भेजकर यह निर्देश दिया है कि तहसील दिवस की तरह थाना समाधान दिवसों को भी ग्रामीण क्षेत्र की आम जनता के और नजदीक लाया जाए। साथ ही तहसील दिवसों के बचे हुए प्रकरण थाना दिवसों में भी निपटाए जाएं। थाना दिवसों में प्रशासनिक अमला तो पूरा मौजूद रहता है, लेकिन वहां जनशिकायतें तहसील के मुकाबले कम आती हैं। इसकी एक बड़ी वजह यह भी है कि राजस्व मामलों के निस्तारण के लिए आम आदमी अभी तक केवल तहसील पर ही जाता है, जबकि कानून व्यवस्था के ज्यादातर मामले राजस्व विवादों से जुड़े होते हैं। इस प्रकार जनसमस्याओं के निस्तारण का एक और प्लेटफर्म जनता को मिल गया है। जाहिर है कि तहसील मुख्यालयों के मुकाबले आम जनता के ज्यादा नजदीक थाने ही होते हैं, जहां आने वाली कानून व्यवस्था से संबंधित ज्यादातर शिकायतें राजस्व मामलों के विवादों से ही जुड़ी होती हैं। इससे जनता की समस्याओं का त्वरित समाधान तो होगा ही, कानून व्यवस्था की दो तिहाई समस्याएं अपनेआप हल हो जाएंगी। ग्रामीण क्षेत्रों में अपराध की घटनाओं पर रोकथाम भी सुनिश्चित हो सकेगी। उन्होंने निर्देश दिए हैं कि थाना समाधान दिवस में तहसील दिवस के जो अवशेष प्रकरण निस्तारित किए जाएं, उनका ब्योरा रजिस्टर में अलग से दर्ज किया जाए।