सरकारी आपदा से हो रही किसानों की मौत: प्रमोद तिवारी-वीडियो देखें
सांसद प्रमोद तिवारी ने किसानों की मौत और एटीएम के कैशलेस के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। गुरुवार दोपहर अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत में सांसद ने जीएसटी, राष्ट्रपति चुनाव में एकतरफा फैसला...
सांसद प्रमोद तिवारी ने किसानों की मौत और एटीएम के कैशलेस के लिए सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। गुरुवार दोपहर अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत में सांसद ने जीएसटी, राष्ट्रपति चुनाव में एकतरफा फैसला लेने के लिए सरकार को कोसा। प्रमोद ने कहा कि उत्तर प्रदेश, महाराष्ट्र की सरकारों ने किसानों का कर्ज माफ करने वादा किया था। वादा पूरा नहीं होने पर हताश किसान आत्महत्या करने को मजबूर है। सरकार किसानों की मौत को दैवीय आपदा कहती है। हकीकत में किसानों की मौत सरकारी आपदा से हो रही है। एटीएम और बैंकों में रुपयों की कमी पर प्रमोद ने कहा कि यह समस्या भी सरकार की देन है। सरकार देशवासियों को कैशलेस होने के लिए मजबूर कर रही है। इसी नीयत के साथ पिछला साल नवंबर में सरकार ने नोटबंदी की। नोटबंदी के कारण देश की विकास दर 25 फीसदी कम हो गई। एक जुलाई से लागू हो रहा जीएसटी भी देशहित में नहीं होगा। नई नीति का शिकार व्यापारी और देशवासी होंगे। व्यापार तबाह होगा और महंगाई बढ़ेगी। प्रमोद ने कहा कि कांग्रेस ने जीएसटी का जो मसौदा तैयार किया था उसमें महंगाई बढ़ने की गुंजाइश नहीं थी। देश के कुछ घरानों को फायदा पहुंचाने के लिए केंद्र सरकार जनविरोधी फैसले कर रही है। राष्ट्रपति के चुनाव पर सांसद ने कहा कि भाजपा ने बगैर विरोधी पार्टियों से राय लिए अपना एक प्रत्याशी घोषित कर मनमानी की। विरोधी पार्टियों से नामों पर सुझाव नहीं मांगा।