हड्डी, खोपड़ी उगलने वाली जमीन पर अब तैरेंगी मछलियां
जिस तालाब से अभी तक हड्डी, खोपड़ियां निकलती रही हैं। अब उस तालाब के चारों ओर हरियाली होगी। तालाब के पानी में मछलियां तैरेंगी। जेल के पीछे स्थित तालाब का सौन्दर्यीकरण अलीगढ़ विकास प्राधिकरण द्वारा...
जिस तालाब से अभी तक हड्डी, खोपड़ियां निकलती रही हैं। अब उस तालाब के चारों ओर हरियाली होगी। तालाब के पानी में मछलियां तैरेंगी। जेल के पीछे स्थित तालाब का सौन्दर्यीकरण अलीगढ़ विकास प्राधिकरण द्वारा कराया जा रहा है। इस तालाब में वर्षों पूर्व इंसानी कंकाल, खोपड़ियां और हड्डियां निकलने का प्रकरण काफी चर्चित रहा था। दरअसल इस तालाब के बराबर में ही पोस्टमार्टम हाउस है। नरकंकाल निकलने के मामले में शासन स्तर तक से जांच भी बैठी थी। इसके बाद मामला ठंडे बस्ते में चला गया। बीते दिनों में इस तालाब के सौन्दर्यीकरण का प्रस्ताव पास हुआ। सौन्दर्यीकरण के लिए होने वाले कार्यों पर करीब 60 लाख रुपए खर्च किए जाएंगे। इसके अर्न्तगत तालाब की खुदाई, चारों तरफ पत्थर लगाया जाना, ग्रीन बेल्ट विकसित करना और लोगों के बैठने के लिए बैंच की व्यवस्था होगी। एडीए द्वारा तालाब के सौन्दर्यीकरण का कार्य भी शुरु कराया जा चुका है। पत्थर नहीं आने की वजह से प्रभावित हुआ कार्य तालाब के सौन्दर्यीकरण का कार्य कर रहे ठेकेदार रवि गौतम ने बताया कि तालाब के साइडों पर रैम्प पर जो पत्थर लगता है। वह खनन पर रोक होने की वजह से नहीं आ पा रहा है। इस संबंध में एडीए अधिकारियों को भी अवगत करा दिया गया है। ताकि वह उस पत्थर की जगह अन्य कोई विकल्प के तौर पर पत्थर लगवाया जा सके। जेल के पीछे तालाब के सौन्दर्यीकरण का कार्य छह जुलाई तक पूरा करने के निर्देश ठेकेदार को दिए गए हैं। मानसून में बरसात का पानी का भी संचय तालाब में हो सकेगा। -निशा गोयल, एडीए वीसी