आगरा के पिनाहट में दलितों को पानी भरने से रोका, बर्तन फेंके
पिनाहट के गांव सिकतरा में दबंग दलित परिवारों को पानी भरने से रोक रहे हैं। सरकारी हैंडपंप और टंकी से दलित परिवारों को भगा दिया गया है। जाति-सूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए उनके बर्तन फेंक दिए गए।...
पिनाहट के गांव सिकतरा में दबंग दलित परिवारों को पानी भरने से रोक रहे हैं। सरकारी हैंडपंप और टंकी से दलित परिवारों को भगा दिया गया है। जाति-सूचक शब्दों का इस्तेमाल करते हुए उनके बर्तन फेंक दिए गए। बस्ती के पास लगे सरकारी स्कूल के हैंडपंप से उनको पानी भरने से वंचित किया जा रहा है। पीड़ित परिवार गांव के बाहर तालाब का गंदा पानी पीने को मजबूर हैं। रविवार को विश्व वाल्मीकि धर्म परिषद ने गांव पहुंचकर पीड़ितों की पीड़ा सुनी। जिलाधिकारी और उपजिलाधिकारी को अवगत कराया गया है। एसडीएम ने जांच की बात कही है। पिनाहट के सिकतरा में रामवीर और पप्पू के परिवार गांव के कोने में झोपड़ियों में रहते हैं। उनका आरोप है कि गांव के सरकारी हैंडपंप पर दबंगों ने कब्जा कर लिया है। वहां सबमर्सिबल पंप लगा रखी है। सरकारी हैंडपंप से पानी नहीं भरने दिया जा रहा है। शनिवार को रामवीर और पप्पू के परिवार हैंडपंप पर पानी भरने पहुंचे। वहां मौजूद दबंगों ने उनको पानी भरने से रोक दिया। बरतन उठाकर सड़क पर फेंक दिए। गाली देते हुए जाति सूचक शब्दों का इस्तेमाल किया। भयभीत दलित परिवार बिना पानी भरे घर लौट आए। रात के अंधेरे में फिर दोनों वाल्मीकि परिवार सरकारी पानी की टंकी पर पानी भरने के लिए पहुंचे तो वहां से भी उन्हें भगा दिया। प्यास बुझाने के लिए दोनों परिवारों ने तालाब से पानी भरा। इसकी जानकारी वाल्मीकि संगठनों को दी। रविवार को विश्व वाल्मीकि धर्म परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौ. विवेक पदाधिकारियों के साथ सिकतरा पहुंचे। पीड़ित परिवारों से वार्ता के बाद डीएम को लिखित शिकायत भेजी। उपजिलाधिकारी बाह को भी अवगत कराया गया। चौधरी विवेक वाल्मीकि ने कहा कि दलित परिवारों का उत्पीड़न नहीं होने दिया जाएगा। सरकारी विद्यालय के गेट पर डला है ताला पिनाहट। वाल्मीकि समाज के लोग सरकारी विद्यालय में लगे हैंडपंप से भी पानी नहीं बुझा पा रहे हैं। जबकि यह विद्यालय उनकी बस्ती के पास ही है। विद्यालय के गेट पर ताला लगा है। वहां से भी उनको पानी नहीं भरने दिया जाता है। परिवारों का आरोप है कि वे हैंडपंप से पानी भरने के विद्यालय के गेट का ताला खोलने के लिए कहते हैं लेकिन कोई उनकी सुन नहीं रहा है। वर्जन हां, इस तरह की सूचना मिली है। मेरे पास फोन आया था। लिखित शिकायत नहीं मिली। जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। अनिरुद्ध सिंह, एसडीएम, बाह