वायुसेना के जवान ने दी थी राजधानी एक्सप्रेस में बम की फर्जी सूचना
बेंगलुरु राजधानी एक्सप्रेस में बम की फर्जी सूचना ट्रेन में बैठे यात्री ने ही दी थी। हजरत निजामुद्दीन से उसकी ट्रेन निकलने वाली थी। जीआरपी के मुताबिक जवान लेट हो गया था। ट्रेन को समय से पकड़ने के लिए...
बेंगलुरु राजधानी एक्सप्रेस में बम की फर्जी सूचना ट्रेन में बैठे यात्री ने ही दी थी। हजरत निजामुद्दीन से उसकी ट्रेन निकलने वाली थी। जीआरपी के मुताबिक जवान लेट हो गया था। ट्रेन को समय से पकड़ने के लिए फर्जी सूचना का ड्रामा रचा था। वायुसेना के जवान को पुलिस ने जेल भेजा है। जीआरपी आगरा कैंट पुलिस ने जवान पर सरकारी कार्य में बाधा डालने का मुकदमा भी दर्ज किया है। रविवार की रात दिल्ली जीआरपी को सूचना मिली थी कि बेंगलुरु राजधानी एक्सप्रेस में आतंकी बम धमाका कर सकते हैं। यह सूचना बेंगलुरु राजधानी में सवार एक यात्री द्वारा ही दी गई है। जब तक खबर मिली, तब तक ट्रेन निजामुद्दीन स्टेशन से निकल चुकी थी। ट्रेन रात में 10.58 बजे आगरा कैंट स्टेशन पहुंची थी, जहां लगभग दो घंटे तक ट्रेन में सघन तलाशी की गई थी। जीआरपी के अलावा आरपीएफ और सिविल पुलिस का फोर्स मौके पर पहुंच गया था। सूचना जैसा कुछ भी न मिलने पर ट्रेन को रवाना कर दिया, मगर पुलिस ने संदेह के आधार पर सूचना देने वाले को ट्रेन से उतार लिया था। सूचना देने वाला मोहम्मद अली निवासी रायचूर कर्नाटक है। वह अमृतसर जालंधर की रेजीमेंट में वायुसेना में तैनात है। पुलिस पूछताछ में पता चला कि जवान दिल्ली स्टेशन पर था। उसे निजामुद्दीन से सिकंदरा बाद के लिए बंगलूरू राजधानी पकड़नी थी। वह लेट हो रहा था। उसने सोचा कि वह दिल्ली जीआरपी को सूचना दे देगा तो ट्रेन को निजामुद्दीन स्टेशन से नहीं चलाया जाएगा। मगर जब वह निजामुद्दीन स्टेशन पहुंचा तो ट्रेन चलने लगी थी। पुलिस के मुताबिक वह चलती ट्रेन में ही सवार हुआ था, मगर तब तक दिल्ली जीआरपी ने मैसेज आगरा तक पहुंचा दिया था। जीआरपी इंस्पेक्टर मणिकांत शर्मा ने बताया कि जवान ने सरकारी कार्य में बाधा पहुंचाई है। इसलिए 353 आईपीसी के तहत मुकदमा दर्ज कर जेल भेजा गया है। इसकी सूचना उनके तैनाती स्थल पर भी दे दी गई है।