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कमर की चार दीवारं नहीं हो सकती माही की रांची

माही के मस्तमौला अंदाज और जीने की बिंदास स्टाइल से पूरा देश वाकिफ है। मैदान पर किसी का कैमरा लेकर फोटोग्राफर बन जाना, टीम की बस को खुद चलाकर होटल ले जाना, हवाई जहाज के साथ बाइक की रस लगाना, या शूटिंग...

 कमर की चार दीवारं नहीं हो सकती माही की रांची
लाइव हिन्दुस्तान टीमSun, 15 Mar 2009 01:00 PM
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माही के मस्तमौला अंदाज और जीने की बिंदास स्टाइल से पूरा देश वाकिफ है। मैदान पर किसी का कैमरा लेकर फोटोग्राफर बन जाना, टीम की बस को खुद चलाकर होटल ले जाना, हवाई जहाज के साथ बाइक की रस लगाना, या शूटिंग में हाथ आजमाना। रांची आये तो बाइक की पिछली सीट निकालकर खुली हवा में निकल पड़ना। दोस्तों के साथ शहर के किसी ढाबे में बैठकर समय बिताना।ड्ढr रांची के बाहर तो यह आज भी संभव है लेकिन माही की अपनी रांची ने उनके लिए यह सब अब नेक्स्ट टू इंपासिबल बना दिया है। धौनी के लिए रांची में अब लाइफ स्टिल हो गयी है। उनका जीवन यहां आते ही रुक जाता है। दिसंबर के पहले और आखिरी हफ्ते में वह दो बार रांची आये पर दोनों ही बार वह घर की दीवारों में कैद रहे। करना तो बहुत कुछ चाहते थे लेकिन इच्छाएं दबानी पड़ीं। क्या माही के लिए अब रांची का मतलब उनके कमर की चार दीवारें मात्र रह गयी हैं। एसे में कोई आखिर कितना समय बिता सकता है। पहले माही रांची आते थे तो घर पर ज्यादा से ज्यादा दो घंटे रहकर दोस्तों के साथ बाहर निकल जाते थे। रात तक किसी दोस्त के घर या फिर किसी ढाबे में थकान उतारते थे। अगले दिन सुबह अपनी किसी बाइक पर सेल कालोनी की तरफ से निकल पड़ते थे खुली हवा में सैर करने। लेकिन अब उनकी मोटरसाइकिलें स्टार्ट होने को तरस रही हैं। यह एक बड़ी कीमत है जो यह अंतरराष्ट्रीय स्टार चुका रहा है। क्या हमारी रांची धौनी की आजादी लौटा नहीं सकती? एसा हो सकता है। यह धौनी के फैन्स और स्थानीय मीडिया पर निर्भर है। इसके लिए ज्यादा कुछ नहीं करना है। जो धौनी करना चाहते हैं। उन्हें करने देना है। जहां जाना चाहते हैं, जाने देना है। यदि एसा कर पाये तो निश्चित रूप से हम धौनी में फर्क आनेवाले समय में देख सकेंगे।ड्ढr

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