संचित, “यार, तुषार, हमें दूसरों के दुख में हिस्सा बंटाना चाहिए।” तुषार, “आओ, मिलकर दर्द बांटते हैं, तुम दरवाजे में उंगली दो, हम सब जोर से चिल्लाते हैं।” अनन्या शर्मा,...
Fri, 26 Oct 2018 06:50 PMदेशना, “मेरे पापा आजकल रिसाइक्लिंग कर रहे हैं।” चांदनी, “वह कैसे?” देशना, “साइकिल चलाते थे, पैर दुखने लगे, तो बाइक ले ली, बाइक चलाकर पीठ दुखी, तो कार लाए, कार...
Mon, 17 Sep 2018 07:55 PMअवनि, “अगर एक हाथी स्विमिंग पूल में गिर जाए, तो वह बाहर कैसे आएगा?” रूहानिका, “बहुत मुश्किल सवाल है, पता नहीं कैसे बाहर आएगा?” अवनि, “गीला होकर......
Sat, 08 Sep 2018 08:04 PM