संसद का मानसून सत्र
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Vikas.sharma1Monsoon session of Parliament
समाजवादी सांसद नरेश अग्रवाल के विवादित बयान के बाद मचे हंगामें के चलते राज्यसभा की कार्यवाही को 2 बार स्थगित किया गया। हालांकि नरेश अग्रवाल के बयान को सदन की कार्यवाही से हटा दिया गया है और सपा सांसद ने अपने बयान पर खेद प्रकट किया है। उन्होंने कहा कि अगर उनके बयान से किसी को ठेस पहुंची है तो मैं अपना बयान वापस लेता हूं। उन्होंने कहा कि मेरी भी श्रीराम पर आस्था है। वहीं रामगोपाल यादव ने कहा है कि नरेश अग्रवाल अपने बयान के लिए माफी नहीं मांगेंगे।
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लोकसभा में किसानों के मुद्दे पर विपक्ष के हंगामे को लेकर सदन में आज प्रश्नकाल नहीं हो पाया और सदन की कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित कर दी गई। सदन की कार्यवाही शुरू होने पर लोकसभा अध्यक्ष सुमित्रा महाजन ने सबसे पहले भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल की रूस यात्रा की जानकारी दी और कहा कि उनके नेतृत्व में हुई इस यात्रा से दोनों महान देशों की मैत्री और मज़बूत हुई है।
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कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, वामदल, राष्ट्रीय जनता दल आदि के सदस्य आसन के सामने आकर नारेबाजी करने लगे। इसपर संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने कांग्रेस के नेता मल्लिकाजुर्न खड़गे से आग्रह किया कि कृषि संकट के बारे में सदन की कार्यसूची में नियम 193 के तहत चर्चा सूचीबद्ध है जिसमें विपक्ष किसानों के संकट, उनकी चुनौतियों पर चर्चा करे। सरकार भी बताने को तैयार है कि उसने क्या किया है। इसलिये वे सदन में व्यवधान ना डालें और कार्यवाही चलने दें।
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विपक्षी सदस्य 'किसानों को गोली मारना बंद करो','झूठे वादे बंद करो', 'एमएसपी का क्या हुआ' आदि नारे लगाना जारी रखा। महाजन ने भी कहा कि नियम 193 के तहत चर्चा होनी है तो फिर व्यवधान क्यों। इसका मतलब है कि सदस्य सदन चलाने के इच्छुक नहीं हैं। इसके बाद उन्होंने कार्यवाही 12 बजे तक स्थगित करने की घोषणा कर दी। मंगलवार को भी इसी मुद्दे पर विपक्ष के हंगामे के कारण लोकसभा की कार्यवाही नहीं चली थी।