ओबामा की फेयरवेल स्पीच
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8 साल तक अमेरिका के राष्ट्रपति रहे बराक ओबामा ने आज अपने आखिरी संबोधन में भी महिलाओं, LGBT कम्युनिटी और मुस्लिमों के साथ हो रहे भेदभाव के खिलाफ आवाज़ उठाने के आह्वान के साथ ख़त्म की। ओबामा की ये स्पीच Yes We Can के उसी नारे के साथ ख़त्म हुआ जिससे उनके पहले कार्यकाल के चुनाव प्रचार की शुरूआत हुई थी। ओबामा ने लोगों का शुक्रिया अदा किया।
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ओबामा की फेयरवेल स्पीच
ओबामा ने कहा- मैं मुस्लिम अमेरिकियों के खिलाफ भेदभाव को अस्वीकार करता हूं। मुसलमान भी उतने देशभक्त हैं, जितने हम। जो लोग देश को बांटना चाहते हैं, उनसे डेमोक्रेसी को खतरा है। हमें इमिग्रेंट्स के बच्चों के लिए इनवेस्ट करना चाहिए। क्योंकि वे भी अमेरिका की तरक्की में भागीदारी करेंगे।
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ओबामा न कहा कि बोस्टन और ऑरलैंडो हमें याद दिलाते हैं कि कट्टरता कितनी खतरनाक हो सकती है। हमारी एजेंसियों पहले से कहीं अधिक प्रभावी हैं। आईएसआईएस खत्म होगा। अमेरिका के लिए जो भी खतरा पैदा करेगा, वो सुरक्षित नहीं रहेगा। हमारी जाति (अमेरिकन) में बहुत ताकत है। लेकिन कभी-कभी विभाजनकारी ताकतें भी हावी होती हैं।
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अपनी फेयरवेल स्पीच में ओबामा ने मिशेल के लिए कहा कि मिशेल, पिछले 25 सालों से आप न केवल मेरी पत्नी और मेरे बच्चों की मां है, बल्कि मेरी सबसे अच्छी दोस्त है। ओबामा ने अपनी बेटियों मालिया और साशा से कहा कि वे दयालु और अद्भुत हैं। भाषण के दौरान बराक ओबामा भावुक हो गए। यह देख उनकी बेटी और पत्नी मिशेल की आंखों में आंसू आ गए। मुझे यकीन है कि हमारा भविष्य सुरक्षित हाथों में हैं।
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ओबामा ने कहा, जब हम भय के सामने झुक जाते हैं तो लोकतंत्र प्रभावित हो सकता है। इसलिए हमें नागरिकों के रूप में बाहरी आक्रमण को लेकर सतर्क रहना चाहिए। हमें अपने उन मूल्यों की रक्षा करनी चाहिए जिनकी वजह से हम वर्तमान दौर में पहुंचे हैं। 55 वर्षीय ओबामा यहां अपने गृह नगर से राष्ट्र को संबोधित कर रहे थे।