तीसरे विकल्प को स्वीकार करेगी जनता : माकपा
माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने आर्थिक मंदी के मौजूदा दौर में करोड़ों लोगों की आजीविका बचाने और सांप्रदायिकता से निपटने के लिए कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी का एक मजबूत राजनीतिक विकल्प तैयार करने...
माक्र्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने आर्थिक मंदी के मौजूदा दौर में करोड़ों लोगों की आजीविका बचाने और सांप्रदायिकता से निपटने के लिए कांग्रेस और भारतीय जनता पार्टी का एक मजबूत राजनीतिक विकल्प तैयार करने की जरूरत पर जोर दिया है। माकपा के मुखपत्र ‘पीपुल्स डेमोक्रेसी’ के ताजा अंक के संपादकीय में कहा गया है कि जनता की नजर में आजीविका के सवाल पर कांग्रेस और भाजपा की नीतियों में कोई अंतर नहीं है। ठोस वैकल्पिक नीतियों के आधार पर अगर इन दोनों दलों का कोई विकल्प तैयार किया जाता है तो जनता उसे स्वीकार करेगी। संपादकीय में कहा गया है कि वैकल्पिक नीतियां ऐसी होनी चाहिएऽ जिनसे साम्प्रदायिक ताकतें कमजोर हों और अर्थव्यवस्था में मुनाफे पर आदमी को तरजीह दी जाए। इन नीतियों से देश की आर्थिक और राजनीतिक संप्रभुता मजबूत होनी चाहिए ताकि स्वतंत्र विदेश नीति पर चलते हुए भारत को विश्व में गौरव दिलाया जा सके। पार्टी ने केन्द्र की संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार की आर्थिक नीतियों की आलोचना करते हुए कहा कि वह मंदी से उबरने के लिए जनता की क्रय शक्ित बढ़ाने के बजाय निजी क्षेत्र को रियायतें देने पर तुली है। उसने जिस वित्तीय राहत की घोषणा की है, उससे अर्थव्यवस्था को सुधारने या जनता की दशा बेहतर बनाने में कोई खास मदद नहीं मिलेगी।ड्ढr