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पाटलिपुत्र और पटना साहिब लोक सभा क्षेत्र के चुनावी समर में एक से बढ़ कर एक दिग्गजों ने एक-दूसर के खिलाफ ताल ठोके लेकिन काउंटिंग के दिन शुरूआत हुई तो उत्साह फींका दिखा। न तो कार्यकर्ताओं की भीड़ और न...
पाटलिपुत्र और पटना साहिब लोक सभा क्षेत्र के चुनावी समर में एक से बढ़ कर एक दिग्गजों ने एक-दूसर के खिलाफ ताल ठोके लेकिन काउंटिंग के दिन शुरूआत हुई तो उत्साह फींका दिखा। न तो कार्यकर्ताओं की भीड़ और न ही कोई हुजूम। सुबह करीब 8 बजे काउंटिंग शुरू हुई तो राजनीतिक पार्टी के कार्यकर्ताओं से अधिक संख्या पुलिस-प्रशासन और मीडियाकर्मियों की ही नजर आ रही थी। हालांकि शनिवार को दिन के 12 बजे के बाद बोरिंग रोड की फिजा बदल गई। जैसे-जैसे मतगणना का रूझान आने लगे मतगणना केंद्र के बाहर प्रत्याशियों के समर्थकों, कार्यकर्ताओं व अन्य लोगों का जमावड़ा लगने लगा। लोगों की संख्या का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि अधिकांश शाखा सड़कों में वाहनों की भीड़ लगी थी। काउंटिंग में आगे-पीछे चल रहे प्रत्याशियों का नाम सामने आते ही जहां कुछ चेहर मुरझा जाते थे तो कहीं खुशी का आलम था। दूसरी तरफ हार-जीत से इतर बोरिंग रोड इलाके के लोगों को खासी परशानी हुई। मेन रोड में वाहनों का परिचालन बंद होने के कारण लोगों को चिलचिलाती धूप में पैदल ही लंबी दूरी तय करनी पड़ी। आसपास की शाखा व लिंक रोड से आम लोगों को रास्ता दिया गया था। हालांकि हकीकत यह था कि अधिकांश लोगों को उन रास्तों का पता ही नहीं था। नतीजतन उनकी परशानी और बढ़ गई। मतगणना के कारण विशेष सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए कई लोग दिन भर अपने-अपने घरों में ही कैद रहे। शाम में जब काउंटिंग की प्रक्रिया समाप्त हुई तो विजयी प्रत्याशी की जुलूस के कारण सड़क जाम हो गया। शाम सात बजे तक बोरिंग रोड चौराहा से लेकर पानी टंकी मोड़ तक यातायात व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त रहा। बाद में स्थित सामान्य हुई।