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Hindi News...तो दंगों की चपेट में आ जाएगा देश: मायावती

...तो दंगों की चपेट में आ जाएगा देश: मायावती

लोकसभा के चुनावी समर में अभी तक हाशिए पर रहे पूर्वाचल राज्य के मुद्दे को बसपा सुप्रीमो मायावती ने एक बार फिर हवा दे दी है। महराजगंज में बुधवार को एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने वादा किया कि...

...तो दंगों की चपेट में आ जाएगा देश: मायावती
लाइव हिन्दुस्तान टीमWed, 30 Apr 2014 07:59 PM
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लोकसभा के चुनावी समर में अभी तक हाशिए पर रहे पूर्वाचल राज्य के मुद्दे को बसपा सुप्रीमो मायावती ने एक बार फिर हवा दे दी है। महराजगंज में बुधवार को एक जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने वादा किया कि केन्द्र में बसपा की ताकत बढ़ी तो पूर्वाचल राज्य का सपना जरूर साकार होगा। सिद्धार्थनगर के बांसी में आयोजित चुनावी रैली में भाजपा के पीएम पद के उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि मोदी को सत्ता मिली तो देश दंगों की चपेट में आ जाएगा। उन्होंने सच्चर कमेटी की सिफारिशों को लागू करने और गरीब सवर्णो को आर्थिक आधार पर आरक्षण दिलाने का भी वादा किया।

महराजगंज के महदेवा बाजार में बसपा प्रत्याशी काशीनाथ शुक्ला के समर्थन में जनसभा को संबोधित करते हुए मायावती ने लोगों से दिल्ली की सत्ता के लिए बैलेंस ऑफ पावर देने की अपील की। करीब 38 मिनट के संबोधन में उन्होंने पूर्वाचल राज्य न बनने का ठीकरा कांग्रेस के सिर फोड़ते हुए कहा कि हमने कई बार यूपी के पुनर्गठन के लिए केन्द्र सरकार को पत्र लिखा पर उधर से कोई जवाब नहीं आया। पूर्वाचल को पैकेज देने के नाम पर भी केन्द्र ने चुप्पी साध ली। तेज धूप के बावजूद खचाखच भीड़ से गदगद मायावती ने नरेन्द्र मोदी पर प्रहार करते हुए कहा कि मोदी की सरकार केन्द्र में आई तो देश तबाह व बर्बाद हो जाएगा। भाजपा ने अपने शासनकाल में संविधान समीक्षा कराने की आड़ में दलितों व पिछड़ों के आरक्षण को खत्म करने की साजिश रची थी। सपा सरकार पर हमला बोलते हुए मायावती ने कहा कि मुजफ्फरनगर व शामली जिले में जिस प्रकार दंगे के चलते कत्लेआम हुआ उससे मुस्लिम व हिन्दू दोनों भयभीत हैं।

अपना वोट न बांटें मुस्लिम समाज
उधर, बांसी के रतनसेन इण्टर कॉलेज के मैदान में पार्टी प्रत्याशी मोहम्मद मुकीम के पक्ष में आयोजित जनसभा को संबोधित करते हुए मायावती ने कहा कि  मुस्लिम समाज को चाहिए कि वे अपना वोट बांटें नहीं बल्कि एकजुट होकर बसपा के साथ खड़े हों जिससे साम्प्रदायिक ताकतों को रोका जा सके।

कांग्रेस ने राहुल गांधी को उम्मीदवार तो घोषित नहीं किया है लेकिन उन्हें ही भावी प्रधानमंत्री मानकर चुनाव लड़ रही है। आजादी से लेकर आज तक केन्द्र व राज्यों में ज्यादा समय तक कांग्रेस ही सत्ता में रही है। इसके शासनकाल में दलितों, पिछड़ों व अगड़ी जातियों का कल्याण नहीं हुआ बल्कि इनमें गरीबी और बढ़ती गई। इसलिए सर्वसमाज कांग्रेस को भी केन्द्र में फिर सत्ता में आने से रोकने के लिए बसपा का साथ दे। तभी दलित की बेटी प्रधानमंत्री भी बन सकती है।

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