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पाक में फिर अमेरिकी ड्रोन

अमूमन वाचाल दिखने वाले डोनाल्ड ट्रंप की पाकिस्तान के बारे में एक ‘संयत’ टिप्पणी की कई व्याख्याएं हो रही हैं। यह उनके किसी अभियान का हिस्सा है या खुद को जताने का खास अंदाज, तय करना कठिन...

पाक में फिर अमेरिकी ड्रोन
लाइव हिन्दुस्तान टीमMon, 06 Mar 2017 12:04 AM
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अमूमन वाचाल दिखने वाले डोनाल्ड ट्रंप की पाकिस्तान के बारे में एक ‘संयत’ टिप्पणी की कई व्याख्याएं हो रही हैं। यह उनके किसी अभियान का हिस्सा है या खुद को जताने का खास अंदाज, तय करना कठिन है। चर्चा के केंद्र में प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के साथ फोन पर उनकी वह बातचीत है, जिसमें उन्होंने पाकिस्तान को ‘शानदार देश’ तो कहा, लेकिन उनका फोकस कहीं और ही रहा।

अब जबकि उनके आने के बाद पाकिस्तान के कुर्रम में अमेरिकी ड्रोन हमले का पहला मामला सामने आया है, तो देखना होगा कि वाशिंगटन का नया परिवर्तन उसकी पाकिस्तान नीति में क्या बदलाव करता है? घटना में दो लोगों के मारे जाने की बात आई और रवायतन उन्हें आतंकवादी भी बता दिया गया। अमेरिकी रवैये से फिलहाल तय कर पाना मुश्किल है कि ट्रंप प्रशासन पाकिस्तान के प्रति आगे क्या नीति अपनाएगा? माना जा रहा है कि ड्रोन हमले अमेरिकी सेना की खुफिया जानकारी का नतीजा थे और इसके लिए उसने अनुरोध भी किया था।

अमेरिका के लिए यह आम बात है। राष्ट्रपति कोई भी रहे, उसकी विदेश नीति हमेशा सैन्य फीडबैक से बनती-बिगड़ती है। साफ है कि ट्रंप भी इस मामले में जार्ज डब्ल्यू बुश द्वारा स्थापित और बराक ओबामा द्वारा आगे बढ़ाई गई इसी नीति को आगे बढ़ाने जा रहे हैं। ट्रंप की विद्वेषपूर्ण आक्रामकता वाले व्यक्तित्व के कारण चिंता सिर्फ इतनी है कि वह इसे आगे किस स्तर तक ले जाएंगे? 2010 में अमेरिका ने करीब सौ ड्रोन हमले किए थे, पर ओबामा कार्यकाल के अंतिम वर्ष में यह संख्या घटकर सिर्फ तीन रह गई।

जाहिर सी बात है, मान लिया गया था कि इनका उलटा असर हो रहा है। पाकिस्तान ने फाटा में आतंकवादियों के खिलाफ जर्ब-ए-अज्ब जैसे अभियान चलाकर भी इसकी उपयोगिता खत्म कर दी थी। लेकिन ट्रंप आखिर ट्रंप हैं। दोस्ती और गठबंधनों का उनके लिए कोई खास मतलब नहीं है। वह तो अमेरिकी हितों के साथ भारत से रिश्ते बढ़ाने में लगे दिखते हैं। शायद वह वाइल्ड कार्ड का गेम खेल रहे हैं। ऐसे में, उनके ड्रोन हमले को अप्रत्याशित नहीं मानना चाहिए, बल्कि इससे अंदाजा लगाने की कोशिश करनी चाहिए कि वह आगे क्या करने वाले हैं?   
 द न्यूज, पाकिस्तान

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