बोको हराम का कहर: इस देश के 50,000 बच्चे जल्दी ही मरेंगे भूख से
संयुक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय बाल आपात कोष (Unicef) ने अलर्ट जारी कर कहा है कि अगर नाइजीरिया के बच्चों की सेहत पर ध्यान नहीं दिया गया तो आने वाले एक साल में वहां करीब 50,000 बच्चों की मौत होनी तय है।...
संयुक्त राष्ट्र अंतरराष्ट्रीय बाल आपात कोष (Unicef) ने अलर्ट जारी कर कहा है कि अगर नाइजीरिया के बच्चों की सेहत पर ध्यान नहीं दिया गया तो आने वाले एक साल में वहां करीब 50,000 बच्चों की मौत होनी तय है। यूनिसेफ के मुताबिक इस्लामी संगठन बोको हराम के आतंक और सूखे से जूझ रहे पूर्वोत्तर नाइजीरिया में बच्चे कुपोषण के शिकार हैं और जल्दी ही ध्यान नहीं दिया तो परिणाम बेहद गंभीर होंगे।
यूनिसेफ ने नाइजीरिया की भयंकर हालत में पल बढ़ रहे बच्चों की स्थिति पर रिपोर्ट जारी करके यह चौंकाने वाला खुलासा किया है। यूनीसेफ ने दुनिया भर के देशों से लगभग 31 करोड़ डॉलर के अनुदान की मांग करते हुए कहा है कि नाइजीरिया में चार लाख 75 हजार बच्चे कुपोषण के शिकार हैं लेकिन चाड झील के पास नाइजीरिया के पूर्वोत्तर इलाके में रहने वाले 49 हजार बच्चे भयंकर कुपोषण से ग्रसित हैं और अगर उन्हें मदद नहीं मिली तो इस साल ही उनकी मौत हो जाएगी।
यूनीसेफ ने कहा कि उसे अब तक मात्र चार करोड़ 10 लाख डॉलर का अनुदान ही मिला है जबकि चाड झील के पास के देशों चाड, नाइजीरिया, नाइजर और कैमरून में मदद देने के लिए कई करोड़ डॉलर की आवश्यकता है। अब तक मिली राशि कुल जरूरत की मात्र 13 प्रतिशत ही है। बोको हराम ने 2015 की शुरूआत में ही नाइजीरिया सहित इन चार देशों के एक बड़े भूभाग पर अपना कब्जा जमा लिया था लेकिन उसके बाद इन देशों की सेना के अभियान में इसे कई जगहों से पीछे धकेला गया।
बोको हराम के लड़ाके अब मुख्य रूप से नाइजीरिया में बोर्नो प्रांत की राजधानी मैदुगुरी के दक्षिण पूर्व में साम्बिसा के जंगल में छुपे हुए हैं। यूनीसेफ के अनुसार जब नाइजीरिया की सेना ने इलाकों से बोको हराम को खदेड़ा तो राहत सामग्री पहुंचाने वाले अधिकारी वहां रहने वाले लोगों की दुर्दशा का आंकलन करने में जुट गये। यूनीसेफ ने अपनी रिपोर्ट में कहा, 'शहर और गांव अब तबाही की कगार पर हैं और लोगों को मूलभूत सुविधायें भी नहीं मिली हैं।' बोर्नो प्रांत के करीब दो तिहाई अस्पताल और क्लिनिक आंशिक या पूर्ण रूप से बर्बाद हो गये हैं तथा जल आपूर्ति करने वाली तीन चौथाई पाइपों को मरम्मत करने की जरूरत है। रिपोर्ट में कहा गया है कि सेना की बढ़त के बावजूद अभी 22 लाख लोग बोको हराम के कब्जे वाले इलाकों में रह रहे हैं या उसके भय से घर जाने के बजाय शिविरों में रह रहे हैं।
बोको हराम ने अपनी खिलाफत की स्थापना की कोशिश के तहत 2009 से अब तक लगभग 15 हजार लोगों को मौते के घाट उतारा है। वह बच्चों का मुख्य रूप से आत्मघाती हमले के लिए इस्तेमाल करता है। यूनीसेफ के अनुसार इस साल अब तक बच्चों के आत्मघाती हमले करने के 38 मामले सामने आये हैं। वर्ष 2015 में ऐसे कुल 44 मामले सामने आये जबकि 2014 में मात्र चार मामले थे।