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भूकंप: तिब्बत में 17 की मौत, चीन ने राहत दल नेपाल भेजा

समीपवर्ती नेपाल में शनिवार को आए विनाशकारी भूकंप की वजह से दक्षिण पश्चिम चीन के तिब्बत स्वायत्तशासी क्षेत्र में मरने वालों की संख्या 17 हो गई है और साम्यवादी देश ने हिमालयी देश की मदद करने के लिए 62...

भूकंप: तिब्बत में 17 की मौत, चीन ने राहत दल नेपाल भेजा
एजेंसीSun, 26 Apr 2015 11:49 AM
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समीपवर्ती नेपाल में शनिवार को आए विनाशकारी भूकंप की वजह से दक्षिण पश्चिम चीन के तिब्बत स्वायत्तशासी क्षेत्र में मरने वालों की संख्या 17 हो गई है और साम्यवादी देश ने हिमालयी देश की मदद करने के लिए 62 सदस्यीय खोज एवं बचाव दल वहां भेजा है।
   
नेपाल में कल 7.9 तीव्रता का भूकंप आया जिससे दो भारतीयों सहित कम से कम 1,500 लोगों की जान चली गई। सैकड़ों लोगों के लापता होने की आशंका भी है। भूकंप की वजह से हिमालयी देश की राजधानी काठमांडो के ऐतिहासिक धरहरा टॉवर और दरबार स्क्वायर सहित कई मकान और इमारतें ध्वस्त हो गईं।
   
स्थानीय प्राधिकारियों ने आज बताया कि नेपाल में आए तीव्र भूकंप के बाद तिब्बत में मरने वालों की संख्या बढ़ कर 17 हो गई है।
   
चाइना अर्थक्वेक एडमिनिस्ट्रेशन ने बताया कि मानवीय कार्यों में सहायता के लिए 62 सदस्यीय एक खोज एवं बचाव दल वहां भेजा गया है। इस दल के साथ छह खोजी कुत्ते और बचाव एवं चिकित्सा के उपकरण भी भेजे गए हैं। समझा जाता है कि चार्टर्ड विमान से गया यह दल आज दोपहर तक काठमांडो पहुंच जाएगा।
   
बचाव दल में 40 कर्मी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी की 38वीं ग्रुप आर्मी बीजिंग मिल्रिटी एरिया कमांड के हैं। अनुभवी बचावकर्मियों में से 20 प्रतिशत ने अंतरराष्ट्रीय बचाव अभियानों में भाग लिया है। चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने शनिवार को नेपाल के राष्ट्रपति राम बरन यादव को एक सांत्वना संदेश भेजा। नेपाल में इतिहास में बीते 80 साल में यह सर्वाधिक भीषण भूकंप है।
   
चीन की सरकार और लोगों की तरफ से तथा खुद अपनी ओर से शी ने भूकंप में मारे गए लोगों के प्रति गहरी संवेदना जताई और घायलों के लिए तथा मृतकों के परिजन के लिए सहानुभूति प्रकट की।
   
अपने संदेश में चीनी राष्ट्रपति ने यादव के नेतृत्व वाली नेपाल सरकार के प्रति विश्वास जताया कि वह देश में आई इस प्राकतिक आपदा का सामना करेगी। उन्होंने नेपाल को हरसंभव सहायता मुहैया कराने की चीन की इच्छा भी जताई।
   
तिब्बत में भूकंप से इमारतें और सड़कें भी क्षतिग्रस्त हो गई हैं तथा दोनों देशों एवं कई पड़ोसी क्षेत्रों के साथ उसका संचार संपर्क कट गया है। अब तक दोनों देशों की ओर जाने वाली सड़कें साफ तो हुई हैं लेकिन इलाके में भीषण हिमपात होने के कारण बचाव के प्रयास बाधित हैं।
   
सीमाई इलाके में तिब्बत के कई मंदिर क्षतिग्रस्त हो गए हैं लेकिन अब तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है। कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ चाइना के तिब्बत प्रमुख चेन कुआंगुओ ने भूकंप प्रभावित इलाकों से लोगों को हटाने के आदेश दिए हैं ताकि बाद में आने वाले झटकों से लोगों को बचाया जा सके।
   
न्यालम और गिरोंग में बचाव अभियान में करीब 600 सीमा प्रहरी लगे हुए हैं। तिब्बत और पड़ोसी प्रांतों के 3,024 दमकल कर्मी और 87 खोजी कुत्ते भूकंप प्रभावित इलाकों में तैनाती के लिए तैयार हैं। क्षेत्रों में तंबू, रजाई, कपड़े, दवाएं और बोतलबंद पानी भेजा जा रहा है।

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