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इस्राइल ने हमास का ड्रोन मार गिराया, मरने वालों की संख्या 184 पहुंची

इस्राइल ने गाजा पट्टी पर और भी हवाई हमले किए जबकि हमास चरमपंथियों द्वारा पहली बार इस्तेमाल किये गए एक ड्रोन विमान को इस्राइली सेना ने मार गिराया। वहीं, करीब एक सप्ताह से जारी संघर्ष को खत्म करने के...

इस्राइल ने हमास का ड्रोन मार गिराया, मरने वालों की संख्या 184 पहुंची
एजेंसीTue, 15 Jul 2014 09:50 AM
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इस्राइल ने गाजा पट्टी पर और भी हवाई हमले किए जबकि हमास चरमपंथियों द्वारा पहली बार इस्तेमाल किये गए एक ड्रोन विमान को इस्राइली सेना ने मार गिराया। वहीं, करीब एक सप्ताह से जारी संघर्ष को खत्म करने के लिए दोनों पक्षों पर बढ़ते अंतरराष्ट्रीय दबाव के बीच इस संघर्ष में अब तक करीब 184 फलस्तीनी मारे गए हैं।
    
इस्राइल ने संघर्षविराम की वैश्विक मांग पर जमीनी हमले भले ही रोक दिये हों लेकिन उसकी सेना ने हवाई हमले जारी रखे जिसमें आज छह लोगों की मौत हुई। इस्राइली सेना ने कहा कि उसने अशदोद शहर के पास इस्राइली तटवर्ती क्षेत्र पर एक ड्रोन विमान को मार गिराया।
    
हमास की सैन्य शाखा ने एक बयान में कहा कि उसने इस्राइल की सीमा में कई ड्रोन भेजे हैं और सही समय पर वे विस्तत जानकारी देंगे।
    
इस बीच गाजा पट्टी के उत्तरी क्षेत्र में बेत लाहिया क्षेत्र के करीब 17 हजार लोगों ने संयुक्त राष्ट्र द्वारा संचालित सुविधा केन्द्रों में शरण ली क्योंकि इस्राइल ने इस क्षेत्र के लोगों को अपने घर छोड़ने की चेतावनी दी थी।
    
इस्राइली युद्धक विमानों ने खाली किये गए स्थानों पर बमबारी करके कथित विस्फोटक दागने वाले स्थलों और हमास तथा इस्लामी जिहाद जैसे चरमपंथी संगठनों के सदस्यों के घरों को निशाना बनाया। गाजा में ज्यादातर हमले हवाई मार्ग से किये गए लेकिन माना जा रहा है कि इस्राइली नौसेना ने समुद्र मार्ग से भी गोले दागे।

जवाब में चरमपंथियों ने भी इस्राइली क्षेत्र पर राकेट दागे जिससे एक किशोर छह दिन के संघर्ष में गंभीर रूप से घायल होने वाला दूसरा इस्राइली नागरिक बना। एश्केटोन शहर पर दो राकेट से हुए हमले में यह किशोर घायल हुआ। हालांकि इन राकेट हमलों से किसी इस्राइली की मौत नहीं हुई।photo1
    
इस्राइली हवाई हमलों में आज हमास की सैन्य शाखा के तीन प्रशिक्षण केन्द्रों और गाजा शहर में इमारतों को निशाना बनाया गया जिससे कई लोग घायल हुए। फलस्तीनी स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, आज सुबह तक इस संघर्ष में मरने वालों की संख्या 184 पहुंच गई जिसमें सभी फलस्तीनी हैं। इसके अलावा 1280 लोग घायल भी हुए हैं।
    
संयुक्त राष्ट्र ने खबर दी कि इस्राइली हमलों में कुछ चरमपंथी भी मारे गए हैं लेकिन करीब 70 प्रतिशत लोग आम नागरिक हैं। मरने वालों में 30 से अधिक बच्चे हैं। इस्राइल ने संघर्षविराम की अंतरराष्ट्रीय मांग को दरकिनार करते हुए कहा कि वह तब तक संघर्ष जारी रखेगा जब तक चरपमंथी संगठन हमास उसके क्षेत्र में राकेट दाग रहा है।
    
इस्राइली हमले का बचाव करते हुए प्रधानमंत्री बेंजामिन बेतन्याहू ने कहा, दुर्घटनावश किसी नागरिक की मौत होने का हमें अफसोस है लेकिन नागरिकों की मौत की पूरी जिम्मेदारी हमास की है। इस्राइल के विदेश मंत्री अविगदोर लीबरमैन ने कहा कि सभी विकल्प खुले हुए हैं और उन्होंने इस स्थिति के अस्थायी समाधान के खिलाफ चेताया।
    
जर्मनी के विदेश मंत्री फ्रांक वाल्टर स्टेनमियर इस संकट का समाधान निकालने के लिए आगामी दिनों में इस क्षेत्र में बैठक करेंगे।

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