ब्रिटिश सिख सैनिक की पगड़ी को लेकर विवाद
ब्रिटिश सेना में ड्यूटी के दौरान पारंपरिक टोपी के स्थान पर पगड़ी पहनने की इजाजत पाने वाले पहले सिख सैनिक को पगड़ी और दाढ़ी को लेकर अपने साथियों के हाथों अपमानित होना पड़ा...
ब्रिटिश सेना में ड्यूटी के दौरान पारंपरिक टोपी के स्थान पर पगड़ी पहनने की इजाजत पाने वाले पहले सिख सैनिक को पगड़ी और दाढ़ी को लेकर अपने साथियों के हाथों अपमानित होना पड़ा है।
इस साल स्कॉट गार्ड्स से जुड़े 25 वर्षीय गार्ड्समैन जतिंदर पाल सिंह भुल्लर को सैकड़ों साल की परंपरा को तोड़ते हुए बकिंघम महल के बाहर पगड़ी में रहने की अनुमति दी गयी है। लेकिन सेना के शीर्ष नेतृत्व का यह फैसला भुल्लर के साथी सैनिकों के साथ विवाद का कारण साबित हुआ।
डेली मेल की एक रिपोर्ट के अनुसार, सेना के सिख चैपलिन ने रविवार को अखबार से कहा कि भुल्लर को अपनी पगड़ी पहनने, बाल और दाढ़ी नहीं कटवाने को लेकर ताने सुनने पड़े।
भुल्लर बर्डकेज वाक के वेल्लिंगटन बैरक में तैनात हैं। यह सैन्य अड्डा स्कॉट गार्डस एफ कंपन के सैनिक इस्तेमाल करते हैं जिन पर सार्वजनिक डयूटी और महरानी को सुरक्षा प्रदान करने की जिम्मेदारी है।